टाइगर स्टेट मध्यप्रदेश में सोमवार को फिर एक बाघ की मौत हो गई। वन विभाग के अधिकारियों को बाघ का दो दिन पुराना शव मिला। ये शव पेंच टाइगर रिजर्व सिवनी अंतर्गत परिक्षेत्र खवासा बफर की बीट विजयपानी, वन कक्ष क्रमांक पीएफ 368 में पाया गया। पेंच टाइगर रिजर्व के अधिकारी एवं डॉग स्क्वॉयड ने मौके पर जांच की, जिसमें बाघ के सभी अंग सुरक्षित पाए गए हैं।
दूसरे बाघ के साथ संघर्ष में गई जान
पेंच के डिप्टी डायरेक्टर ने बताया कि, बारीकी से किए गए जांच में पाया गया कि बाघ के शरीर एवं गर्दन पर दूसरे बाघ के साथ संघर्ष होने के कारण घाव हुए हैं। डॉग स्क्वॉयड की सहायता से घटना स्थकल के आस-पास छानबीन की गई। किसी प्रकार की संदिग्धि गतिविधि या किसी इंसानी मौजूदगी के साक्ष्य नहीं मिले हैं। बाघ की मौत आपसी संघर्ष के कारण होने की संभावना दिख रही है।
10 साल से ज्यादा थी बाघ की उम्र
डिप्टी डायरेक्टर ने बताया कि, इस बाघ का पेंच टाइगर रिजर्व के डेटाबेस से मिलान किया गया। जिसमें यह कैमरा ट्रैप में पहली बार साल 2017 में कैप्चर हुआ था। इस हिसाब से ये बाघ लगभग 11-12 वर्ष का था। फिलहाल पोस्टमार्टम के बाद बाघ के शव को विधिवत जला दिया गया है।
Comments (0)