भारत के विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने गुरुवार को जापान की राजधानी टोक्यो का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने जापान सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात की और दोनों देशों के बहुआयामी संबंधों को आगे बढ़ाने पर गहन चर्चा की। विदेश सचिव ने अपने जापानी समकक्ष उप विदेश मंत्री ताकेहिरो फुनाकोशी से मुलाकात की, जहां उन्होंने भारत-जापान के बीच राजनीतिक संबंधों, रक्षा और सुरक्षा सहयोग, आर्थिक साझेदारी जैसे प्रमुख क्षेत्रों की समीक्षा की। इसके साथ ही, दोनों देशों ने वर्तमान वैश्विक और क्षेत्रीय मुद्दों पर भी विचार-विमर्श किया।
क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा हुई
मिस्री ने जापान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार मसाताका ओकानो और वरिष्ठ उप विदेश मंत्री हिरोयुकी नामाजु से भी मुलाकात की। इन बैठकों में क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा हुई, जो दोनों देशों के साझा हितों से जुड़ी हैं। अपनी यात्रा के दौरान, विदेश सचिव ने रायसीना टोक्यो संवाद के दूसरे संस्करण में प्रमुख भाषण दिया। यह आयोजन ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन, ओआरएफ अमेरिका (ORF America), जापान बैंक फॉर इंटरनेशनल कोऑपरेशन और केइजाई दोयुकाई द्वारा संयुक्त रूप से किया गया था।
एकजुट होने पर जोर दिया
अपने संबोधन में मिस्री ने आतंकवाद के विरुद्ध वैश्विक लड़ाई में सभी देशों के एकजुट होने की आवश्यकता पर बल दिया और आतंकवाद के समर्थन ढांचे को समाप्त करने की जरूरत पर जोर दिया। उन्होंने जापान सरकार और वहां की जनता द्वारा भारत को पहलगाम आतंकवादी हमले (22 अप्रैल 2025) के बाद दिखाए गए समर्थन और एकजुटता के लिए आभार भी जताया।
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