PM मोदी ने सोमवार को खेलों की परिवर्तनकारी शक्ति की सराहना की और ‘खेलो इंडिया बीच गेम्स (तटीय खेल)’ को देश के खेल इतिहास में एक महत्वपूर्ण क्षण बताया। उन्होंने इन खेलों की भारतीय खेल कैलेंडर में अहम जगह बनाने की उम्मीद जताते हुए खेलों के आयोजकों को बधाई और शुभकामनाएं दीं।
पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने संदेश में कहा कि, हमारे जैसे विविधतापूर्ण देश में खेलों में हमेशा एक अनूठी शक्ति रही है जो संस्कृतियों, क्षेत्रों और भाषाओं को जोड़ती है। खेलों की जीवंत ऊर्जा मनोरंजन से परे है और यह एक परिवर्तनकारी शक्ति बन गई है, जो राष्ट्रीय गौरव और हमारे युवाओं की आकांक्षाओं का प्रतीक है। पीएम ने आगे अपने संदेश में कहा - इस संदर्भ में ‘खेलो इंडिया बीच गेम्स (केआईबीजी)’ का अधिक महत्व है।
उन्होंने कहा कि, उद्घाटन के आईबीजी के लिए दीव को चुना जाना ‘उचित’ है। इसके साथ ही पीएम मोदी ने आगे अपने संदेश में कहा कि, सूर्य, रेत और पानी का यह संगम शारीरिक चुनौती को बढ़ाता है और साथ ही हमारी तटीय विरासत का जश्न मनाता है। जब लहरें तटों से टकराएंगी और एथलीट प्रतिस्पर्धा करेंगे, तो भारत खेलों में एक नया अध्याय लिखेगा।
आपको बता दें कि, केआईबीजी में 30 से अधिक राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 1,350 से अधिक एथलीट प्रतिस्पर्धा करेंगे। एथलीट छह पदक खेलों में प्रतिस्पर्धा करेंगे। इसमें फुटबॉल, वॉलीबॉल, सेपकटकरा, कबड्डी, पेनकैक सिलाट और खुले पानी में तैराकी शामिल है। इन खेलों में मल्लखंब और रस्साकशी को प्रदर्शन खेल (गैर-पदक) के तौर पर शामिल किया गया है।
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