पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। पहलगाम के टूरिस्ट स्पॉट को जिस तरह से निशाना बनाया गया है वो बताता है कि इस हमले को पूरी तरह से हमास मॉड्यूल में अंजाम दिया गया है। इस आतंकी हमले में बेगुनाह लोगों ने अपनी जान गंवा दी। पहलगाम में हुए आतंकी हमले पर एनसीपी के संस्थापक शरद पवार की प्रतिक्रिया सामने आई है।
आतंकियों को पूरी तरह से सफाया करना होगा
एनसीपी के संस्थापक शरद पवार ने हमले की निंदा करते हुए कहा कि, आतंकियों की करतूतों का पूरी तरह से सफाया करना और देश की सुरक्षा को लेकर कठोर कदम उठाना आज के समय की सबसे बड़ी आवश्यकता है। बता दें कि, बीते गुरुवार (24 अप्रैल) को शरद पवार ने आतंकी हमले में मारे गए पुणे के निवासी संतोष जगदाले और कौस्तुभ गणबोटे के घर गए और श्रद्धांजलि दी। इस दौरान पूर्व सीएम पवार ने दोनों के पार्थिव शरीर के दर्शन किए और परिवारों को सांत्वना दी।
सभी के परिवारों पर दुखों का पहाड़ टूटा
मराठी भाषा में एनसीपी के संस्थापक शरद पवार ने अपने सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा - आतंकी के कायराना हमले में डोंबिवली के अतुल मोने, संजय लेले, हेमंत जोशी और पनवेल के दिलीप देसले सहित कई बेकसूर भारतीयों की दुखद मौत हुई है. मैं उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं. इन सभी के परिवारों पर दुखों का पहाड़ टूटकर गिरा है। उनके प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं। साथ ही जो इसमें घायल हुए है उनकी की सेहत में जल्द से जल्द सुधार हो, इसके लिए प्रार्थना करता हूं।
कठोर कदम उठाने की जरूरत
अपने पोस्ट में महाराष्ट्र के पूर्व सीएम और एनसीपी के संस्थापक शरद पवार ने आगे लिखा है कि, देशभर के बेकसूर पर्यटक इस प्रकार के कायरतापूर्ण हमलों का शिकार बनें, यह बात दिल को बेहद दुख पहुंचाने वाली है. ऐसे आतंकवादी कृत्यों का समूल नाश करना और देश की सुरक्षा के लिए कठोर कदम उठाना, आज के समय की सबसे बड़ी आवश्यकता है। आपको बता दें कि, 22 अप्रैल को पहलगाम के आतंकी हमले में महाराष्ट्र के 6 लोगों की जान चली गई।
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