भारतीय सशस्त्र बलों ने यह स्पष्ट संकेत दे दिया है कि आने वाले समय में देश की सुरक्षा को लेकर न सिर्फ रणनीति बदलेगी, बल्कि उसका स्वरूप भी पहले से कहीं अधिक परिष्कृत और सख्त होगा। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के सफल संचालन के बाद तीनों सेनाओं की तरफ से सोमवार को एक और संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की गई, जिसमें भारत की सैन्य तैयारियों और भविष्य की दिशा को लेकर कई अहम बातें सामने आईं।
भारतीय वायुसेना के वरिष्ठ अधिकारी एयर मार्शल अवधेश कुमार भारती ने कहा - हमारी लड़ाई आतंकवाद के खिलाफ है, लेकिन अगर कोई सेना आतंकियों की ढाल बनती है, तो वह भी इस टकराव की ज़िम्मेदार होगी। एयर मार्शल अवधेश कुमार भारती के अनुसार भारतीय सेना अब पारंपरिक प्रतिक्रिया तक सीमित नहीं रहना चाहती, बल्कि संघर्ष की प्रकृति को ही परिभाषित कर रही है।
एयर मार्शल अवधेश कुमार भारती ने कहा कि, हमारे ऑपरेशन सिर्फ जवाब नहीं हैं, वे संदेश हैं। पाकिस्तान को अब यह समझ लेना होगा कि अगली लड़ाई हमारे तय किए गए मानकों पर लड़ी जाएगी—और हम उसके लिए पूरी तरह तैयार हैं। वाइस एडमिरल एएन प्रमोद ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय नौसेना ने समुद्री सीमाओं की निगरानी में कोई कमी नहीं छोड़ी
वाइस एडमिरल एएन प्रमोद ने बताया कि, हमारे समुद्री गश्ती विमान और उन्नत रडार सिस्टम लगातार खतरों की पहचान कर रहे थे। हमने ड्रोन, हाई-स्पीड मिसाइल और दुश्मन एयरक्राफ्ट्स को समय रहते ट्रैक कर उन्हें निष्क्रिय किया। उन्होंने बताया कि नौसेना के पायलट्स दिन-रात हाई अलर्ट पर थे, और मिग-29 जैसे फाइटर जेट्स एयरक्राफ्ट कैरियर से एक्शन के लिए तैनात थे। "हमारे समुद्री क्षेत्र की ओर बढ़ते किसी भी संदिग्ध पोत को अब कई सौ किलोमीटर दूर से ही रोक दिया जाता है. यह आज की भारतीय नौसेना है—तत्पर, सक्षम और निर्णायक।
Comments (0)