महिला और बालिकाओं की सुरक्षा के लिए शहर में एंटी रोमियो टीम की तर्ज पर अब महिला सुरक्षा टीम का गठन किया गया है। हालांकि इसकी कार्यशैली एंटी रोमियो टीम से हटकर होगी। ये टीम सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक स्कूल-कॉलेज से लेकर अन्य सार्वजनिक स्थानों पर निगरानी कर महिला अपराधों पर अंकुश लगाने का काम करेगी। टीम को वॉकी-टॉकी, बॉडी वार्न कैमरा समेत अन्य उपकरण भी दिए गए हैं।
महिला पुलिसकर्मी भी शामिल रहेंगी
पुलिस कमिश्नर अमरेंद्र सेंगर ने बताया कि टीम में पुरुषों के साथ ही महिला पुलिसकर्मी शामिल रहेंगी और नैतिक पुलिसिंग से हटकर यह टीम सुधारों पर काम करेगी। प्रत्येक टीम में एक उपनिरीक्षक, दो आरक्षी और दो महिला आरक्षी शामिल किए जाएंगे।
कम से कम दो महीने के लिए होगी नियुक्ति
इनकी नियुक्ति कम से कम दो महीने के लिए होगी और इस दौरान किसी अन्य ड्यूटी में इन्हें नहीं लगाया जाएगा। टीम के पास डंडा, हेलमेट, बॉडी प्रोटेक्टर, रस्सा और चार पहिया वाहन होंगे। टीम के प्रभारी के पास बॉडी वार्न कैमरा, छोटा शस्त्र, ई- चालान डिवाइस और सीयूजी मोबाइल फोन रहेगा। टीम महिला अपराधों से जुड़े स्थानों को हॉटस्पॉट के रूप में चिह्नित करेगी और जियो लोकेशन के साथ ही उक्त स्थान पर सीसीटीवी कैमरों की उपलब्धता के बारे में भी जानकारी एकत्रित करेगी।
सादी वर्दी में गश्त करेगी टीम
इस टीम को रोजाना थाने के प्रभारी ब्रीफ कर ड्यूटी पर भेजेंगे और शाम को समीक्षा भी करेंगे। संबंधित डीसीपी और एसीपी को इसका नोडल बनाया गया है। जनपद के प्रत्येक थाने पर एक-एक टीम को तैनात किया गया है। यह टीम सादी वर्दी में भी गश्त करेगी। साथ ही कार्रवाई का विवरण भी तैयार करेगी। टीम को यह भी निर्देश दिए गए हैं कि किसी भी स्थिति में नैतिक पुलिसिंग न की जाए। ऐसा करने पर कार्रवाई भी की जाएगी।
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