ऑपरेशन सिंदूर की कामयाबी को लेकर देश की सशस्त्र सेना से लेकर शीर्ष राजनीतिक स्तर की ओर से काफी विस्तार से जानकारियां साझा की जा चुकी हैं। लेकिन, फिर भी ऐसे लोगों की कमी नहीं है, जो इसकी सफलता को लेकर तरह-तरह की बातें कर रहे हैं। लेकिन, जिस तरह से सशस्त्र सेना ने पहले दिन से ही साफ कर दिया है कि ऑपरेशन सिंदूर मात्र पहलगाम में हुए आतंकी हमले का बदला नहीं है, यह पिछले ढाई दशक से पाकिस्तान की ओर से प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ अंतिम प्रहार का संकल्प है। उसी तरह से भारत की यह कार्रवाई भी पाकिस्तान और पाकिस्तानी फौज के लिए चौथी और आखिरी चेतावनी है। भारतीय सशस्त्र सेना ने जनरल असीम मुनीर और पाकिस्तान की सरकार को स्पष्ट तरीके से समझा दिया है कि आगे होने वाली किसी भी गुस्ताखी का अंजाम क्या हो सकता है। शायद उसकी कल्पना करके भी उनकी नींदें उड़ चुकी होंगी।
ऑपरेशन सिंदूर पर संसदीय समिति को होगी ब्रीफिंग
19 मई, 2025 यानी अगले सोमवार को विदेश सचिव विक्रम मिसरी संसद की विदेश मामलों की स्थाई समिति को पाकिस्तान के साथ मौजूदा परिस्थितियों के बारे में जानकारी देने वाले हैं। यह जानकारी पूर्व राजनयिक और इस समिति के अध्यक्ष कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने ही दी है। इस दौरान विदेश सचिव की ओर से पाकिस्तान में भारत की ओर से हुए हमले और उसके बाद पैदा हुए तनाव सभी बातों के बारे में जानकारी दी जाएगी।
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