श्रीनगर, जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने को गांदरबल जिले में प्रतिष्ठित खीर भवानी मंदिर में पूजा-अर्चना की। मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने अपने विधानसभा क्षेत्र में कई परियोजनाओं का उद्घाटन भी किया। खीर भवानी मेला, कश्मीरी पंडितों के लिए एक महत्वपूर्ण धार्मिक आयोजन है। इस साल जून के पहले सप्ताह में इस मेला को आयोजित किये जाने की संभावना है। देश के सभी हिस्सों से कश्मीरी पंडित रागन्या देवी के मंदिर (खीर भवानी मंदिर) में इकट्ठा होते हैं।
खीर भवानी मेला और अमरनाथ यात्रा पर क्या बोले?
उमर अब्दुल्ला ने मंगलवार को कहा कि आगामी खीर भवानी मेला और अमरनाथ यात्रा के सुरक्षित एवं सुचारू संचालन को सुनिश्चित करने के लिए सभी प्रबंध किए जाएंगे। हमने अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं। जहां तक सुरक्षा का सवाल है। सभी इंतजाम किए जाएंगे। हमारा प्रयास होगा कि पहले माता खीर भवानी मेला सफल हो और फिर अमरनाथ यात्रा दोनों मार्गों- सोनमर्ग और पहलगाम –से सुरक्षित रूप से संपन्न हो। हम चाहते हैं कि सभी श्रद्धालु सकुशल लौटें।
कब से शुरू हो रही अमरनाथ यात्रा?
खीर भवानी मेला, कश्मीरी पंडितों के लिए एक महत्वपूर्ण धार्मिक आयोजन है। इस वर्ष जून के पहले सप्ताह में इस मेले के आयोजन की संभावना है। देश के सभी हिस्सों से कश्मीरी पंडित रागन्या देवी के मंदिर (खीर भवानी मंदिर) में इकट्ठा होते हैं। वार्षिक अमरनाथ यात्रा तीन जुलाई से शुरू होगी। पहलगाम हमले के पर्यटन पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में पूछे जाने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार पर्यटन क्षेत्र के पुनर्जीवन के लिए काम करने से पहले स्थिति के स्थिर होने का इंतजार करेगी।
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