अब तक जिन बातों की संभावना व्यक्त की जाती थी उसकी असली सच्चाई भी सामने आ गई है। पाकिस्तान की मदद के लिए चीन आगे आएगा नहीं अब सबने देखा कि कैसे उसने भारत के खिलाफ PAK की मदद की। चीन ही नहीं कुछ और देशों का भी असली चेहरा सामने आ रहा है। चीन की ओर से भले ही खुलकर कुछ नहीं कहा गया लेकिन भारत को मात देने के लिए उसने पाकिस्तान को मदद देने का कोई मौका नहीं गंवाया। पाकिस्तान और भारत के बीच हालिया लड़ाई में चीन ने न केवल पाकिस्तान को हथियार मुहैया कराए बल्कि तकनीकी और खुफिया लेवल पर भी काफी मदद की। पाकिस्तान चीन की मदद से लड़ रहा था लेकिन इस लड़ाई में PAK के साथ ही ड्रैगन भी अधिकांश मोर्चों पर मात खाता हुआ दिखा। इस पूरे संघर्ष में चीन के सपोर्ट और हथियारों की लाइव टेस्टिंग पूरी दुनिया के सामने हुई जिसमें वह पूरी तरह फेल नजर आया।
भारत सरकार ने अभी तक चीन की इस मामले में भूमिका के बारे में खुलकर कुछ नहीं कहा है। वहीं पाकिस्तान ने माना है कि उसने चीन से मदद ली है। चीन ने पाकिस्तान को हथियार के साथ ही साथ लॉजिस्टिक्स और इंटेलिजेंस इनपुट भी दिए। भारत और पाकिस्तान के बीच यह संघर्ष पिछले कई सालों में सबसे बड़ी थी। दोनों देशों ने एक दूसरे पर हवाई, ड्रोन और मिसाइल हमले किए। साथ ही, सीमा पर तोप और छोटे हथियारों से भी फायरिंग हुई।
स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट के एक वरिष्ठ शोधकर्ता साइमन वेज़मैन ने कहा कि कोई भी देश जो हथियार बनाता या खरीदता है, वह यह देखने के लिए उत्सुक होता है कि वास्तविक संघर्ष में प्रोडक्ट कैसाप्रदर्शन करता है। परीक्षण और अभ्यास हथियारों की क्षमताओं के बारे में अधिकांश जानकारी दे सकते हैं, लेकिन अंतिम परीक्षण अक्सर युद्ध होता है। अब इस बात पर आगे बढ़ते हुए देखें तो चीन इसमें मात खाता हुआ दिखा।
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