वॉशिंगटन: भारत के दोस्त रूस ने एक बार फिर से खुलकर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारतीय दावेदारी का समर्थन किया है। भारत में रूसी राजदूत डेनिस अलिपोव ने शनिवार को कहा कि रूस का मानना है कि भारत को सुरक्षा परिषद में अगर स्थायी सदस्यता दी जाती है तो इससे संतुलन स्था्पित होगा। यह पूरी दुनिया के हित में भी होगा। एक तरफ रूस जहां भारत का खुलकर समर्थन कर रहा है, वहीं चीन भारत की संयुक्त् राष्ट्र सुरक्षा परिषद की स्थायी सदस्यता की राह में सबसे बड़ा रोड़ा बन गया है। विश्लेंषकों के मुताबिक चीन की कोशिश है कि वह एशिया से अकेले ही संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्य बना रहे और भारत को उसमें घुसने नहीं दिया जाए। यही नहीं भारत की दावेदारी का सुरक्षा परिषद के अन्य गैर स्थांयी सदस्यों की ओर से भी विरोध हो सकता है।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्यता का भारत का दावा चीन की दीवार के आगे फंस गया है। रूस, अमेरिका समेत कई देशों के समर्थन के बाद भी भारत को स्थायी सदस्यता नहीं मिल पा रही है। विश्लेषकों का कहना है कि चीन एशिया का अकेला नेतृत्व करने वाला देश बने रहना चाहता है।
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