लक्षद्वीप: मालदीव में मुइज्जू सरकार के आने के बाद भारत के साथ तनाव बढ़ता ही जा रहा है। श्रीलंका के मना करने के बाद मालदीव ने चीन के जासूसी जहाज को अपने यहां रुकने की अनुमति दी है। इस बीच भारत ने भी सख्त संकेत देते हुए मालदीव से मात्र 524 किमी दूर बसे अपने मिनिकोय द्वीप पर नेवल बेस आईएनएस जटायु बनाया है। भारत लक्षद्वीप के अगात्ति और मिनिकोय द्वीपों पर एयर बेस बनाने का प्लान है ताकि अपने समुद्री इलाकों को सुरक्षित किया जा सके। भारत और मालदीव के बीच समुद्री सीमा को लेकर भी मतभेद है और चीन समर्थक मुइज्जू सरकार के आने के बाद इसके और बढ़ने की आशंका है। भारत ने यह कदम ऐसे समय पर उठाया है जब चीन मालदीव के एक द्वीप पर समुद्री जासूसी केंद्र बनाने की योजना पर काम कर रहा है।
भारत ने मालदीव में चीन की चाल को फेल करने के लिए लक्षद्वीप में नौसैनिक बेस बना लिया है। मालदीव के एक द्वीप पर चीन समुद्री निगरानी केंद्र बनाना चाहता है और यह भारत की सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा हो सकता है।
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