Radha Yadav: भारतीय महिला टीम की ऑलराउंडर राधा यादव (Radha Yadav) को उनके बेस प्राइस 40 लाख देकर दिल्ली ने खरीद लिया। महिला प्रीमियर लीग के पहले संस्करण के लिए निलामी सोमवार को मुंबई के जियो वर्ल्ड कंवेंशन सेंटर में संपन्न हुई। जिसमें राधा यादव को दिल्ली कैपिटल्स ने अपने टीम में शामिल किया। राधा का बचपन झुग्गी-झोपड़ियों में गुजरा। वो क्रिकेट की दुनिया में लगातार सफलता की सीढ़ियां चढ़ती जा रही हैं। राधा उत्तर प्रदेश के जौनपुर से संबंध रखती हैं। राधा का बचपन से ही क्रिकेट के प्रति लगाव रहा है, लेकिन आज वो जिस मुकाम पर हैं उसके लिए उन्हें कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा।
6 साल की उम्र से क्रिकेट खेलना शुरू किया
भारतीय टीम की ऑलराउंडर राधा यादव (Radha Yadav) 6 साल की उम्र से क्रिकेट खेलना शुरू किया। राधा ने क्रिकेट की ट्रेनिंग मुंबई में हुआ, जहां उनके पिता डेयरी के काम से जुड़े थे। राधा के पिता दुकान चलाते हैं। आर्थिक तंगी से परेशान राधा का परिवार डेयरी व दुकान के काम से राधा के क्रिकेट का खर्च निकालना बहुत ही मुश्किल था। राधा के लिए क्रिकेट में करियर बनाना आशान नहीं था। राधा के क्रिकेटर बनने में उनके पिता का बड़ा संघर्ष रहा। राधा ने भी संघर्षों के बीच कभी अपने घुटने नहीं टेके।
2018 में भारत के लिए किया डेब्यु
राधा(Radha Yadav) की कहानी युवाओं को प्रेरित करने वाली है। राधा का संघर्ष कहता है कि हार नहीं मानने से सफलता जरूर एक दिन मिलेगी। राधा को यह सफलता 2018 में मिली जब उन्होंने 18 साल की उम्र में स्पीनर के रूप में भारत के लिए डेब्यू किया। राधा वर्तमान में हो रहे टी20 वर्ल्डकप के लिए टीम में मौजूद हैं।
गेंदबाजी व फिल्डींग से बनाई पहचान
ऑलराउंडर राधा यादव(Radha Yadav) अबतक भारत के लिए 64 टी20 इंटरनेशनल और 1 वनडे मैच खेले हैं। अबतक के करियर में राधा ने 67 विकेट लिए हैं। बतौर गेंदबाजी और बेहतर फिल्डींग से राधा ने अपनी पहचान बनाई है। राधा अब महिला प्रीमियर लीग में पहचान बनाने की दिशा में कदम रख चुकी हैं।
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