एमपी के सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों को अब भाषा संगम के माध्यम से 22 भाषाओं में दक्ष किया जाएगा। इसके लिए मप्र स्कूल शिक्षा विभाग ने राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद यानी एनसीईआरटी के साथ मिलकर एक नई पहल की है। इसके लिए एनसीईआरटी ने वेबसाइट पर एक लिंक तैयार की है। इसमें भाषा संगम से संबंधित आवश्यक सामग्री अपलोड की गई है। इसके तहत संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल 22 भाषाओं का भाषा संगम में क्यूआर कोड दिया गया है। इस क्यूआर कोड को स्कैन करने से एक पेज खुलेगा, जिसमें उस भाषा से संबंधित दैनिक जीवन में प्रयोग होने वाले 100 सामान्य वाक्य दिए गए हैं, जिसका आम-बोलचाल की भाषा में उपयोग किया जाता है। राज्य शिक्षा केंद्र ने सभी सरकारी स्कूलों के प्राचार्यों को भाषा संगम के अंतर्गत दी गई दो-तीन भाषाओं को सीखने के लिए विद्यार्थियों को प्रेरित करने के निर्देश दिए हैं।
सीख सकते हैं ये भाषाएं
बंगाली, डोगरी, असामी, कन्नड़, मलयालम, मणिपुरी, उड़िया, बोडो, कोंकणी, मैथिली, नेपाली, संथाली, तेलगू, उर्दू, पंजाबी, तमिल, सिंधी, संस्कृत, गुजराती, हिंदी, मराठी, कश्मीरी भाषा का क्यूआर कोड वेबसाइट पर अपलोड किया गया है। इसे राज्य शिक्षा केंद्र की वेबसाइट और http://ncert.nic.in पर अपलोड किया गया है।Read More: सीएम शिवराज मेधावी विद्यार्थियों का करेंगे सम्मान, राजधानी भोपाल में सम्मान समारोह
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