अच्छी नींद स्वस्थ शरीर और स्वस्थ मन की निशानी होती है, यह सब जानने के बावजूद भी लोग पर्याप्त नींद नहीं ले रहे हैं।
अच्छी नींद स्वस्थ शरीर और स्वस्थ मन की निशानी होती है, यह सब जानने के बावजूद भी लोग पर्याप्त नींद नहीं ले रहे हैं। कई शोध में यह दावे किए जा चुके हैं कि देर रात तक जागने और पांच घंटे से कम की नींद लेने से जानलेवा बीमारियों का जोखिम बढ़ सकता है। इतनी ही नहीं नींद की कमी दिल को रोजाना कमजोर बनाती है। आइए जानते हैं नींद की कमी कैसे दिल को प्रभावित करती है।
ब्लड प्रेशर बढ़ता है
जब हम पर्याप्त नींद नहीं लेते, तो हमारा रक्तचाप बढ़ सकता है। उच्च रक्तचाप (हाइपरटेंशन) दिल की सेहत के लिए हानिकारक होता है और दिल का दौरा या स्ट्रोक जैसी गंभीर समस्याओं का कारण बन सकता है।
इन्फ्लेमेशन बढ़ती है
नींद की कमी से शरीर में सूजन बढ़ जाती है, जो दिल की नसों पर असर डाल सकती है। इन्फ्लेमेशन लंबे समय तक रहने से दिल के दौरे का खतरा बढ़ जाता है।
कोलेस्ट्रॉल और ब्लड शुगर का असंतुलन
अच्छी नींद न लेने से कोलेस्ट्रॉल का स्तर असामान्य हो सकता है और ब्लड शुगर कंट्रोल करना मुश्किल हो सकता है। इससे हृदय रोगों का खतरा बढ़ जाता है।
स्ट्रेस हार्मोन का बढ़ना
नींद की कमी से स्ट्रेस हार्मोन जैसे कि कोर्टिसोल का स्तर बढ़ जाता है। यह हार्मोन दिल पर दबाव डालता है और हृदय रोगों का कारण बन सकता है।
वजन बढ़ने की संभावना
नींद की कमी से शरीर में भूख को नियंत्रित करने वाले हार्मोन असंतुलित हो सकते हैं, जिससे भूख बढ़ती है और वजन बढ़ता है। अधिक वजन और मोटापा भी दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ाता है।
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