ढाका, बांग्लादेश में सरकारी नौकरियों में आरक्षण के खिलाफ छात्रों का विरोध प्रदर्शन जारी है। प्रदर्शनकारी पूरे देश में सड़कों पर उतर आए हैं, जिसके चलते जगह-जगह हिंसक झड़पें हो रही हैं।रिपोर्ट्स के अनुसार, विरोध प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच संघर्ष हुआ, जिसमें पुलिस ने आंसू गैस के गोले और रबर की गोलियों का उपयोग किया। कई स्थानों पर तनावपूर्ण माहौल बना हुआ है।प्रदर्शनकारी छात्रों का कहना है कि वे सरकारी नौकरियों में आरक्षण नीति के खिलाफ हैं, जिसे वे असमान और अनुचित मानते हैं। उन्होंने मांग की है कि सरकार इस नीति को तुरंत समाप्त करे।
सरकार की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन स्थिति पर काबू पाने के लिए सुरक्षाबलों की तैनाती बढ़ा दी गई है। कई शहरों में इंटरनेट सेवाएं भी बाधित की गई हैं ताकि अफवाहों को फैलने से रोका जा सके।
किन्हें मिल रहा आरक्षण ?
यह मामला 1971 के बांग्लादेश मुक्ति युद्ध से जुड़ा है। दरअसल, इस युद्ध में शामिल हुए लोगों के परिवार के सदस्यों को सरकारी नौकरी में आरक्षण मिलता है। इसी नीति के विरोध में छात्र सड़कों पर उतर आए हैं, जो इसे समाप्त करने की मांग कर रहे हैं।हिंसक झड़पें, विश्वविद्यालय बंद
प्रदर्शनकारी छात्रों की बढ़ती तादाद को देखते हुए अब विश्वविद्यालय को अनिश्चितकालीन के लिए बंद कर दिया गया है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने छात्रों से परिसर खाली करने का आग्रह किया है। प्रधानमंत्री शेख हसीना ने आदेश दिया है कि इन घटनाओं की न्यायिक जांच की जाए।सरकार की प्रतिक्रिया
प्रधानमंत्री शेख हसीना ने छात्रों की मांगों को खारिज कर दिया है, जिसके बाद प्रदर्शन और भी उग्र हो गए हैं। छात्रों का कहना है कि यह आरक्षण असमान और अनुचित है और इसे तुरंत समाप्त किया जाना चाहिए।स्थिति पर नजर बनाए रखने के लिए उच्च अधिकारियों की बैठक बुलाई गई है और प्रदर्शनकारियों से शांति बनाए रखने की अपील की गई है।Wrtten By- Prabhat Pandey
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