जून में यूरोपीय संसद के चुनाव में रूस और यूक्रेन में युद्ध एक बड़ा मुद्दा बनकर उभरा है. जर्मनी की पार्टियों ने शनिवार को यूरोपिय संसद के चुनाव के लिए अभियान शुरू कर दिया है. जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज के केंद्र-वाम सोशल डेमोक्रेट्स या एसपीडी ने हैम्बर्ग में एक रैली के साथ 9 जून के यूरोपीय संघ चुनाव के लिए अपना आधिकारिक अभियान शुरू किया है. कई जर्मन मतदाताओं की आशंकाओं का जवाब देते हुए कि यदि यूक्रेन पूर्वी यूरोपीय देश के लिए अपने सैन्य समर्थन में बहुत सक्रिय है तो उनका देश रूस के साथ यूक्रेन के युद्ध में शामिल हो सकता है.
चांसलर ने दोहराया कि जर्मनी अमेरिका के बाद दूसरे सबसे बड़े हथियार आपूर्तिकर्ता के रूप में उनके नेतृत्व में यूक्रेन के पक्ष में खड़ा रहेगा, लेकिन नाटो और रूस के बीच सीधे टकराव से बचेगा. उन्होंने कहा कि जो लोग चिंतित हैं, जो डरे हुए हैं, उनसे वह कहते हैं कि आप निश्चिंत हो सकते हैं कि चाहे बहस कैसी भी हो, जर्मन चांसलर, जिस सरकार का मैं नेतृत्व करता हूं, वह विवेक का मार्ग, संतुलित कार्रवाई का मार्ग और सुनिश्चित करना नहीं छोड़ेगी. यूरोप में शांति और सुरक्षा बनी रहेगी. “शांति” एसपीडी के चुनाव पोस्टरों का मुख्य एजेंडा है.
यूरोपीय संसद यूरोपीय संघ में सार्वजनिक रूप से निर्वाचित एकमात्र निकाय है. यूरोपीय संघ द्वितीय विश्व युद्ध के बाद शांति को बढ़ावा देने के लिए बनाया गया था और अब इसमें 450 मिलियन लोग और दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है.
जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज के केंद्र-वाम सोशल डेमोक्रेट्स या एसपीडी ने हैम्बर्ग में एक रैली के साथ 9 जून के यूरोपीय संघ चुनाव के लिए अपना आधिकारिक अभियान शुरू किया है. इस अभियान में रूस-यूक्रेन वॉर को मुख्य मुद्दा बनाया गया है और यूरोपिये देशों में शांति और सुरक्षा का वादा किया गया है.
Comments (0)