New Delhi: कई सालों से वैज्ञानिक ब्रह्मांड के रहस्यों को खोजने के लिए नए-नए एक्सपेरिमेंट करते रहते हैं। इसी कड़ी में अब वैज्ञानिकों ने एक ऐसा डिजिटल कैमरा बनाया है जो 3,200 मेगापिक्सेल है। जिससे ब्रह्मांड में चल रही हर छोटी से बड़ी हलचल और रहस्यों को समझा जा सकेगा। लिगेसी सर्वे ऑफ स्पेस एंड टाइम कैमरा ब्रह्मांड के अनोखे रहस्यों को जानने और मायावी डार्क मैटर और डार्क एनर्जी पर प्रकाश डालने के लिए डिजाइन किया गया है।
क्या है एलएसएसटी कैमरा?
बता दें कि इस कैमरे की फंडिंग अमेरिका के ऊर्जा विभाग के विज्ञान कार्यालय ने की है। ये एलएसएसटी कैमरा एस्ट्रोनॉमिकल टेक्नोलॉजी में एक महत्वपूर्ण इनोवेशन है। डार्क मैटर, आकाशगंगाओं के रोटेशन को प्रभावित करने और ब्रह्मांड के अधिकांश द्रव्यमान को शामिल करने के बावजूद, वर्तमान के उपकरण इन दृश्यों को कैप्चर करने में सक्षम नहीं है। माना जाता है कि डार्क एनर्जी, एक अन्य सैद्धांतिक इकाई, ब्रह्मांड के विस्तार को तेज कर रही है। एलएसएसटी कैमरा वेरा सी रुबिन वेधशाला में रखा जाएगा, जो वर्तमान में चिली के सुदूर क्षेत्र में बन रहा है। इस प्राइम लोकेशन से दक्षिणी आकाश का क्लियर व्यू दिखता है।
3 टन है lSST कैमरे वजन
खगोल विज्ञान के इस हेवीवेट चैंपियन का वजन 3 टन है और यह किसी अंतरिक्ष कैमरे के लिए अब तक हासिल किए गए उच्चतम रिज़ॉल्यूशन का दावा करता है। इसके तीन बड़े लेंस, जिनमें से सबसे बड़ा डायमीटर 5 फीट से अधिक है, जिससे रेजर शार्प पिक्चर्स खींची जा सकती हैं। 15 सेकंड के एक्सपोज़र टाइम और रेपिड लेंस स्विचिंग के साथ, एलएसएसटी रात के आकाश के विशाल हिस्से का कुशलतापूर्वक सर्वेक्षण करेगा।
ब्रह्मांड की महत्वपूर्व जानकारी वैज्ञानिकों तक पहुंचाएगा LSST
वैज्ञानिक छह विशेष फिल्टर का उपयोग करके कैमरे के व्यू को कस्टमाइज कर सकते हैं, जिससे उन्हें निकट-अवरक्त, पराबैंगनी और दृश्य प्रकाश सहित विभिन्न प्रकाश स्पेक्ट्रम का विश्लेषण करने की अनुमति मिलती है। यह बहुमुखी प्रतिभा खगोलविदों के लिए एक व्यापक डेटासेट प्रदान करेगी। कैमरे का असाधारण रिज़ॉल्यूशन दिमाग चकरा देने वाला है। यह 15 मील की दूरी से गोल्फ की गेंद को पकड़ सकता है! प्रत्येक छवि पूर्णिमा से सात गुना अधिक चौड़े आकाशीय क्षेत्र को घेरेगी। इस प्रोजेक्ट को बनाने में दो दशक का समय लगा। एलएसएसटी कैमरे से अरबों आकाशगंगाओं और खगोलीय पिंडों की तस्वीरें लेने की उम्मीद है, जो अब तक का सबसे व्यापक खगोलीय छवि डेटाबेस तैयार करेगा।
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