दिल्ली सरकार ने महर्षि वाल्मीकि जयंती के अवसर पर राजधानी में 7 अक्टूबर (मंगलवार) को सार्वजनिक अवकाश घोषित किया है। आदेश के अनुसार, मंगलवार को दिल्ली सरकार के अधीन सभी सरकारी दफ्तर बंद रहेंगे। यह निर्णय सामाजिक सौहार्द, समानता और संत परंपरा के प्रति सम्मान व्यक्त करने के उद्देश्य से लिया गया है। महर्षि वाल्मीकि जयंती के मौके पर दिल्ली में कई भव्य कार्यक्रम, शोभायात्राएं और श्रद्धांजलि सभाएं आयोजित की जाएंगी। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि वे स्वयं इन कार्यक्रमों में भाग लेंगी और समाज के हर वर्ग के साथ इस अवसर को मनाएंगी।
इससे एक दिन पहले, सोमवार को दिल्ली सचिवालय में महर्षि वाल्मीकि जयंती के उपलक्ष्य में विशेष समारोह आयोजित किया गया। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने इस कार्यक्रम में शामिल होकर समाज सुधारक महर्षि वाल्मीकि को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने उनके जीवन और शिक्षाओं पर प्रकाश डालते हुए कहा कि महर्षि वाल्मीकि ने समाज को समानता, समरसता और धर्म के मार्ग पर चलने की प्रेरणा दी।
मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “आज दिल्ली सचिवालय में आयोजित महर्षि वाल्मीकि जयंती महोत्सव में सम्मिलित होकर सामाजिक सद्भाव, समानता और न्याय पर आधारित उनके प्रेरक विचारों को नमन किया। महर्षि वाल्मीकि जी ने समाज को समानता, समरसता और धर्म के मार्ग पर चलने की प्रेरणा दी।” उन्होंने आगे कहा कि महर्षि वाल्मीकि की अमर कृति ‘रामायण’ हर युग में मर्यादा, भक्ति, त्याग और धर्म के मार्ग को प्रकाशित करती है। उन्होंने शबरी की भक्ति, गिलहरी के योगदान और केवट की निष्ठा जैसे प्रसंगों का उल्लेख करते हुए कहा कि ये उदाहरण बताते हैं कि समाज का हर वर्ग सम्मान और सहभागिता का अधिकारी है।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि दिल्ली सरकार समरसता और समान सम्मान की भावना के साथ आगे बढ़ रही है। उन्होंने कहा, “हमारी सरकार हर धर्म, संस्कृति और आस्था को समान गरिमा देने के लिए प्रतिबद्ध है। कांवड़ यात्रा से लेकर रामलीला, दुर्गा पूजा और अब वाल्मीकि जयंती तक, हर आयोजन को हम भव्यता, श्रद्धा और समर्पण के साथ मना रहे हैं।” इस अवसर पर दिल्ली सरकार के कैबिनेट मंत्री रविन्द्र इन्द्रराज सिंह, कपिल मिश्रा, कई विधायक और अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।
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