


पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद अमेरिकी विदेश विभाग ने अपने नागरिकों के लिए एक महत्वपूर्ण चेतावनी जारी की है। इस चेतावनी में कहा गया है कि जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमले और हिंसक नागरिक अशांति की संभावना है, इसलिए अमेरिकी नागरिकों को इस क्षेत्र की यात्रा न करने की सलाह दी जाती है।
अमेरिकी विदेश विभाग की सलाह
अमेरिकी विदेश विभाग ने अपनी सलाह में कहा है कि जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति बहुत ही संवेदनशील है। इस क्षेत्र में आतंकी हमले और हिंसक घटनाएं हो सकती हैं, जो अमेरिकी नागरिकों के लिए खतरनाक हो सकती हैं। इसलिए, अमेरिकी नागरिकों को जम्मू-कश्मीर की यात्रा करने से बचने की सलाह दी जाती है।
भारत की प्रतिक्रिया
भारत ने पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के साथ राजनयिक संबंधों को कम करने की घोषणा की है। भारत ने 1960 की सिंधु जल संधि को निलंबित कर दिया है और पाकिस्तान के सैन्य राजनयिकों को भारत से बाहर करने का फैसला किया है। इसके अलावा, भारत ने अटारी चेक पोस्ट को तत्काल प्रभाव से बंद करने का भी फैसला किया है।
सुरक्षा उपाय
भारत ने पाकिस्तान के नागरिकों को 48 घंटे के भीतर देश छोड़ने का आदेश दिया है और सार्क वीजा छूट योजना के तहत जारी किए गए सभी वीजा को रद्द कर दिया है। इसके अलावा, भारत ने इस्लामाबाद में भारतीय उच्चायोग से अपने रक्षा, नौसेना और वायु सलाहकारों को वापस बुलाने का फैसला किया है। अमेरिकी चेतावनी और भारत की प्रतिक्रिया से यह स्पष्ट होता है कि जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति बहुत ही संवेदनशील है। अमेरिकी नागरिकों को जम्मू-कश्मीर की यात्रा करने से बचने की सलाह दी जाती है, और भारत ने पाकिस्तान के साथ राजनयिक संबंधों को कम करने के लिए कई कदम उठाए हैं।