सावन का पहला शुक्रवार: भगवान शिव को प्रसन्न करने के 3 उपाय
सावन के पहले शुक्रवार को भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए करें ये 3 आसान उपाय। अभिषेक, मंत्र जाप और दान से मिलेगी विशेष कृपा।
Img Banner
profile
Richa Gupta
Created AT: 11 जुलाई 2025
103
0
...

सावन माह का हर एक दिन भगवान शिव को समर्पित है, जिस दिन उनकी पूजा करने से साधक को विशेष लाभ होता है। भगवान शिव को संहार का देवता माना जाता है, जो अनादि हैं यानी न तो इनका कोई आदि है और न ही अंत है। जिन लोगों के ऊपर शिव जी की विशेष कृपा रहती है, उनके पास कभी कोई बुरी शक्ति नहीं आती है। धीरे-धीरे उनके सभी काम बनने लगते हैं और घर-परिवार में खुशियों का वास होता है। द्रिक पंचांग के अनुसार, आषाढ़ मास की पूर्णिमा तिथि के समाप्त होते ही श्रावण मास का आरंभ हो जाता है। इस साल आज 11 जुलाई 2025 से सावन माह की शुरुआत हो रही है। जबकि 9 अगस्त 2025 को सावन माह का समापन होगा। धार्मिक मान्यता के अनुसार, सावन माह के पहले दिन कुछ विशेष उपाय करने से भक्तों को शिव जी की खास कृपा प्राप्त होती है। चलिए अब जानते हैं सावन माह के पहले दिन करने वाले प्रभावशाली उपायों के बारे में।


सावन के पहले दिन करें ये उपाय


बेलपत्र और पंचामृत से शिवलिंग का अभिषेक करें

सावन में शिवलिंग का अभिषेक करना अत्यंत पुण्यदायक माना जाता है। आप यह अभिषेक कर सकते हैं:

पंचामृत से: दूध, दही, शहद, घी और शक्कर मिलाकर।

बेलपत्र चढ़ाएं: बेलपत्र पर चंदन से "ॐ नमः शिवाय" लिखकर शिवलिंग पर अर्पित करें। ध्यान रखें कि बेलपत्र खंडित न हो और उसके तीन पत्ते जुड़े हों।

फल: इससे भगवान शिव की विशेष कृपा मिलती है, मानसिक शांति और जीवन में सुख-समृद्धि आती है।


2. "ॐ नमः शिवाय" का जाप करें

सावन में महामंत्र "ॐ नमः शिवाय" का जाप करना सबसे सरल और प्रभावी उपाय है।


विधि: शांत स्थान पर बैठकर 108 बार रुद्राक्ष की माला से जप करें।

समय: प्रातःकाल ब्रह्म मुहूर्त या संध्याकाल में करें।

फल: इससे नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और आत्मबल बढ़ता है।


3. गरीबों को भोजन और वस्त्र दान करें

शिव जी को भक्ति के साथ-साथ करुणा भी प्रिय है। इसलिए सावन में दान-पुण्य का विशेष महत्व होता है।

क्या दान करें: अन्न, वस्त्र, जल या तांबे के पात्र।

किसे दें: जरूरतमंद व्यक्ति या किसी मंदिर में दान करें।

फल: यह पुण्य आपके सभी कष्टों को हरने में सहायक होता है और शिव कृपा बनी रहती है।


सावन सोमवार की सही तिथि-


पहला सावन सोमवार: 14 जुलाई 2025

दूसरा सावन सोमवार: 21 जुलाई 2025

तीसरा सावन सोमवार: 28 जुलाई 2025

चौथा सावन सोमवार: 4 अगस्त 2025

ये भी पढ़ें
सीएम की घोषणा,कटंगी और पौड़ी बनेगी तहसील,लाड़ली बहना योजना सम्मेलन में शामिल हुए सीएम
...

Spiritual

See all →
Sanjay Purohit
सावन के अंतिम सोमवार पर करें शिव की विशेष आराधना, मिलेगी महादेव की कृपा
सावन का महीना अब समाप्ति की ओर बढ़ रहा है। हिंदू धर्म में सावन मास को भगवान शिव का अत्यंत प्रिय माना जाता है। पुराणों में भी सावन के महीने को बहुत महत्व दिया गया है। इस मास में आने वाले सोमवार विशेष फलदायी माने जाते हैं क्योंकि ये दिन भगवान शिव को समर्पित होते हैं।
79 views • 20 hours ago
Richa Gupta
नाग पंचमी आज, इस विधि से करें पूजा-अर्चना, मंत्र जाप, मिलेगा आशीर्वाद
सावन माह में पड़ने वाली नाग पंचमी का व्रत हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखता है। नाग पंचमी श्रावण माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाई जाती है।
65 views • 2025-07-29
Sanjay Purohit
सावन के सोमवार और शिवालय: आत्मा से शिव तक की यात्रा
सावन का महीना हिन्दू धर्म में विशेष महत्व रखता है। यह समय केवल मौसम की ठंडक और हरियाली का ही नहीं, बल्कि आत्मा की तपस्या और भक्ति की अग्नि में तपने का भी होता है। इस माह के सोमवार—जिन्हें 'सावन सोमवार' कहा जाता है—शिव भक्ति की चरम अवस्था माने जाते हैं।
82 views • 2025-07-28
Richa Gupta
सावन की चतुर्थी पर आज गणेश-शिव पूजन का महासंयोग, इस विधि से करें पिता-पुत्र की आराधना
हिंदू धर्म में हर व्रत और त्योहार का विशेष महत्व है। आज का दिन खास है, आज विनायक चतुर्थी का शुभ पर्व है। इस दिन लोग भगवान गणेश की कृपा पाने के लिए व्रत-पूजन करते हैं।
65 views • 2025-07-28
Sanjay Purohit
सनातन धर्म और नाग पंचमी: श्रद्धा, परंपरा और जीवों की रक्षा का उत्सव
सनातन धर्म की परंपराएँ केवल धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि प्रकृति, जीव-जंतु, और समग्र सृष्टि के प्रति गहन संवेदनशीलता और सम्मान की जीवंत अभिव्यक्ति हैं। इन्हीं परंपराओं में एक विशिष्ट पर्व है नाग पंचमी, जो विशेष रूप से नागों की पूजा और उनके संरक्षण को समर्पित है।
35 views • 2025-07-27
Sanjay Purohit
इस बार कब है राखी का त्योहार, जानिए शुभ मुहूर्त और भद्रा का समय
भाई-बहन के पवित्र रिश्ते का पर्व रक्षाबंधन हर साल श्रावण मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है। इस दिन बहनें अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधकर उनकी लंबी उम्र और सुख-समृद्धि की कामना करती हैं, वहीं भाई बहनों की रक्षा का संकल्प लेते हैं।
64 views • 2025-07-25
Sanjay Purohit
सावन, हरियाली और श्रृंगार — सनातन संस्कृति की त्रिवेणी
सावन मात्र एक ऋतु नहीं, बल्कि सनातन संस्कृति की आत्मा को छू लेने वाला एक आध्यात्मिक और सांस्कृतिक उत्सव है। यह वह कालखंड है जब आकाश से बूंदें नहीं, वरन् देवी-आशीर्वाद बरसते हैं। धरती माँ का आँचल हरियाली से सज जाता है और स्त्री का सौंदर्य, श्रृंगार और भावनात्मक गहराई अपने चरम पर पहुँचती है।
81 views • 2025-07-25
Sanjay Purohit
क्यों मानी जाती है भद्रा अशुभ? एक धार्मिक और खगोलीय विवेचना
भारतीय पंचांग और धार्मिक परंपराओं में समय का चयन अत्यंत महत्वपूर्ण माना गया है। शुभ कार्यों — जैसे विवाह, गृह प्रवेश, मुंडन, नामकरण या यज्ञ आदि — के लिए केवल दिन और तिथि ही नहीं, बल्कि "मुहूर्त", "नक्षत्र", "योग", और "करण" भी ध्यान में रखे जाते हैं। इन्हीं में से एक 'करण' है "भद्रा", जिसे विशेष रूप से अशुभ माना जाता है।
70 views • 2025-07-25
Sanjay Purohit
आदर्श पूजा घर कैसा हो? जानिए वास्तु और ज्योतिष के अनुसार जरूरी बातें
हर घर में एक स्थान ऐसा होना चाहिए जहाँ शांति, श्रद्धा और सकारात्मक ऊर्जा का वास हो। यही स्थान होता है — पूजा घर। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि पूजा घर कहां और कैसे होना चाहिए ताकि उसमें भगवान की उपस्थिति के साथ-साथ सकारात्मक ऊर्जा भी सदा बनी रहे?
66 views • 2025-07-24
Richa Gupta
हरियाली अमावस्या पर क्यों की जाती है वृक्ष पूजा? जानें भगवान शिव-पार्वती से जुड़ी पौराणिक कथा
हरियाली अमावस्या, जिसे श्रावण अमावस्या भी कहा जाता है, सावन माह के बहुत ही पावन और ऊर्जा-समृद्ध कालखंड में आती है। इस दिन प्रकृति की आराधना, विशेष रूप से वृक्षों की पूजा का विशेष महत्व है।
75 views • 2025-07-24
...