


पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में भारत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में जो ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च किया, उसका मकसद साफ था, सिर्फ आतंकवादियों और उनके सरगनाओं समेत दहशती कैंपों को नेस्तनाबूद करना। भारत ने वही किया और उसमें उसे बहुत बड़ी सफलता भी मिली। लेकिन, अगर पाकिस्तान की ओर से अब कोई आतंकी हरकत हुई तो भारत इससे भी बड़ा एक्शन ले सकता है। इसके संकेत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री एस जयशंकर के हालिया बयानों और पाकिस्तानी फौज की नई करतूत से मिल रहे हैं। भारत के संकल्प से साफ लग रहा है कि अब अगर हमारी सेना ने पाकिस्तान के खिलाफ चलाने के लिए हथियार उठा लिए तो फिर दुश्मन देश को तबाह होने से दुनिया की कोई ताकत बचा नहीं सकेगी।
आतंकवाद में पाकिस्तानी सेना और सरकार शामिल
भारत ने अब खुलकर कह दिया है कि आतंकवादी गतिविधयों में पाकिस्तानी सरकार शामिल है और उसकी सेना तो इसमें पूरी तरह से डूबी हुई है।
आतंकवाद पर मुनीर की पाकिस्तानी सेना बेनकाब
जयशंकर ने नीदरलैंड में जो कुछ कहा, उसकी पुष्टि खुद पाकिस्तानी सेना ने ही कर दी है। पाकिस्तानी फौज के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने एक कार्यक्रम में कहा है कि "तुम हमारा पानी बंद कर दोगे, हम तुम्हारा सांस बंद कर देंगे।" पाकिस्तानी सेना की यह तिलमिलाहट सिंधु जल संधि पर ब्रेक लगाए जाने को लेकर है। लेकिन, इसमें सबसे ज्यादा खतरनाक बात ये है कि इस तरह की जुबान में बात तो पाकिस्तानी फौज के बड़े अधिकारी कर रहे हैं, लेकिन उसके शब्द लश्कर-ए-तैयबा के चीफ और मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड हाफिज सईद ने गढ़े हैं।
अब सीधे पाकिस्तान के खिलाफ होगा ऑपरेशन सिंदूर?
जब 10 मई को पाकिस्तानी सेना के DGMO की ओर से भारतीय सेना के DGMO से किए गए अनुरोध के आधार पर भारत ऑपरेशन सिंदूर पर अस्थाई ब्रेक लगाने पर सहमत हुआ तो अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के एक बयान से बहुत ही भ्रम फैलाने की कोशिशें हुईं। बाद में ट्रंप खुद अपने बयान से पीछे हट गए। इसके बाद गुरुवार को राजस्थान के बीकानेर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का वह बयान सामने आया, जो मात्र पाकिस्तानी सरकार और उसकी फौज के लिए सीधा संदेश नहीं है, बल्कि जो उनके आका बनने की कोशिश करते हैं, उन्हें भी ठीक से समझा दिया गया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत, पाकिस्तान-प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ अपनी नीति को लागू करने से पीछे नहीं हटेगा। उनका इशारा उन अंतरराष्ट्रीय शक्तियों की तरफ था, जो पाकिस्तान के परमाणु हथियारों की धमकी से चिंतित रहते हैं। पीएम मोदी ने कहा, 'यह भारत का संकल्प है और पृथ्वी पर कोई भी शक्ति इसे हिला नहीं सकती।' उन्होंने पड़ोसी मुल्क की सेना को सीधी चेतावनी देते हुए कहा कि भारत परमाणु बम के इस्तेमाल के डर से नहीं डरेगा। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि भारत आतंकवाद के मुद्दे पर किसी भी दबाव में नहीं आएगा।