रामनवमी का त्योहार भगवान राम के जन्म की खुशी में मनाया जाता है, जो चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि पर होता है। इस दिन को बड़े ही उत्साह और उल्लास के साथ मनाया जाता है, और भगवान राम की पूजा-अर्चना की जाती है। आज, 06 अप्रैल को रामनवमी का त्योहार मनाया जा रहा है, और इस अवसर पर हम भगवान राम की कृपा प्राप्ति के लिए उनकी पूजा-अर्चना कर सकते हैं।
रामनवमी पूजा का मुहूर्त
- रामनवमी मध्याह्न मुहूर्त: सुबह 11 बजकर 08 मिनट से दोपहर 01 बजकर 39 मिनट तक
- रामनवमी मध्याह्न का क्षण: दोपहर 12 बजकर 24 मिनट तक
राम जी की पूजा विधि
- सुबह जल्दी उठकर भगवान राम का ध्यान करें।
- स्नान आदि करने के बाद साफ-सुथरे कपड़े पहनें और पूजा स्थल की अच्छे से साफ-सफाई करें।
- पूजा स्थल पर चौकी बिछाकर लाल या पीले रंग का वस्त्र बिछाएं और भगवान राम के साथ-साथ माता सीता, लक्ष्मण और भगवान हनुमान की मूर्ति या फिर तस्वीर स्थापित करें।
- पूजा में चंदन, रोली, धूप, फूल माला नैवेद्य और भोग आदि अर्पित करें।
- इस दिन पर रामायण, रामचरितमानस और रामरक्षास्तोत्र का पाठ करने से भी आपको भगवान राम की कृपा की प्राप्ति हो सकती है।
- अंत में सभी भी श्रद्धापूर्वक आरती करें और प्रसाद बांटें।
राम जी के मंत्र
- ॐ श्री रामाय नमः॥
- श्री राम जय राम कोदण्ड राम॥
- राम तारक मंत्र - श्री राम जय राम जय जय राम॥
- राम गायत्री मंत्र - ॐ दशरथये विद्महे सीतावल्लभाय धीमहि, तन्नो राम प्रचोदयात्॥
- राम ध्यान मंत्र - ॐ आपदामपहर्तारम् दाताराम् सर्वसम्पदाम्। लोकाभिरामम् श्रीरामम् भूयो-भूयो नमाम्यहम्॥
इन मंत्रों और पूजा विधि का पालन करके, आप भगवान राम की कृपा प्राप्ति कर सकते हैं और अपने जीवन को सुखी और समृद्ध बना सकते हैं।
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