मीडिया रपटों समेत टीवी स्क्रीन पर आजकल एक शब्द खूब दिखाई दे रहा है ‘तोशाखाना’ और पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को तोशाखाना मामले में सज़ा भी सुनाई गई है, आइए जानते हैं इस शब्द के मानें –
मीडिया रपटों समेत टीवी स्क्रीन पर आजकल एक शब्द खूब दिखाई दे रहा है ‘तोशाखाना’ और पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को तोशाखाना मामले में सज़ा भी सुनाई गई है, आइए जानते हैं इस शब्द के मानें –
ये तोशाखाना तोशाखाना क्या है ?
दरअसल ‘तोशाखाना’ फारसी भाषा का एक शब्द है जिसका हिंदी में अर्थ होता है खज़ाना और इसे राज्य और देश के वित्तीय कोष के लिए इस्तेमाल किया जाता है जैसे फलाने राज्य के तोशाखाने में इतना पैसा जमा है वगैरा वगैरा !
हर देश में तोशाखाने को लेकर अलग-अलग नियम हैं लेकिन फिलहाल ये शब्द पाकिस्तान की वजह से हैं सुर्ख़ियों में है इसलिए हम आपको पाकिस्तान में तोशाखाने को लेकर क्या नियम हैं ये बता देते हैं !
पाकिस्तान में तोशाखाने को लेकर नियम –
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को तोशाखाने केस में 3 की सज़ा हुई है और इसके अलावा 1 लाख रूपए का आर्थिक दंड और अगले पांच सालों तक कोई चुनाव लड़ने पर रोक लगा दी गई है, जिससे इमरान खान का पोलिटिकल करियर लगभग ठप्प पड़ सकता है !
इमरान खान पर आरोप थे कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के तौर पर जो गिफ्ट और कीमती उपहार उन्हें मिले थे वो उन्होंने पाकिस्तान के तोशाखाने (खज़ाने) में जमा करने के वजाय अपने निजी इस्तेमाल में ले लिए थे जोकि तोशाखाना नियम का उलंघन था और इसी के तहत उन पर केस हुआ था और बाद में सज़ा भी सुनाई गई !
भारत में क्या है तोशाखाना नियम ?
दुनियां के तमाम देशों में तोशाखाने को लेकर लगभग एक जैसे नियम ही हैं कि बाहरी देशों और अन्तराष्ट्रीय संगठनों द्वारा दिए गये उपहारों का इस्तेमाल देश की वित्तीय आवश्यकताओं में किया जायेगा !लेकिन भारत में इसमें छोटा सा बदलाव है वो ये कि 5000 रूपए तक की कीमत का कोई भी गिफ्ट पद पर बैठा व्यक्ति ले सकता है लेकिन इससे ज्यादा की कीमत के उपहार खज़ाने में जमा करने होंगे !
और अगर कोई उन्हें खुद रखना चाहे तो उसे 5000 रूपए के अतिरिक्त जितनी भी राशि होगी उसका भुगतान करना पड़ेगा !
जैसे कि 2016 में भारत के उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी को एक पेंटिंग मिली थी जिसकी कीमत 50000 रूपए थी, इसलिए अंसारी ने शेष 45000 रूपए चूका कर उसे अपने पास रख लिया था !
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