2025 के अंत और 2026 में कच्चे तेल की कीमतें काफी कम हो सकती हैं। इसका भारत को बड़ा फायदा मिलेगा क्योंकि सस्ते दामों पर अच्छी गुणवत्ता का कच्चा तेल मिल सकता है। इससे पेट्रोल और डीजल के दाम भी घट सकते हैं।
2025 के अंत और 2026 में कच्चे तेल की कीमतें काफी कम हो सकती हैं। इसका भारत को बड़ा फायदा मिलेगा क्योंकि सस्ते दामों पर अच्छी गुणवत्ता का कच्चा तेल मिल सकता है। इससे पेट्रोल और डीजल के दाम भी घट सकते हैं। अभी खाड़ी देशों का कच्चा तेल 71 डॉलर प्रति बैरल और अमेरिकी कच्चा तेल 67 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच चुका है। अगर ये गिरावट जारी रहती है, तो आने वाले समय में भारत में ईंधन की कीमतों में राहत मिल सकती है।
क्या है अमेरिकी बैंक की भविष्यवाणी?
अमेरिकी इन्वेस्टमेंट बैंक Goldman Sachs ने 2025 के अंत और 2026 के लिए कच्चे तेल की कीमतों को लेकर एक बड़ा अनुमान लगाया है। बैंक का कहना है कि तेल की मांग धीमी रहने और OPEC+ देशों ( जिनमें रूस, कजाकिस्तान, अजरबैजान, मैक्सिको, ओमान, ब्रुनेई, बहरीन, मलेशिया, दक्षिण सूडान और सूडान शामिल हैं) की ओर से ज्यादा आपूर्ति होने की उम्मीद के कारण यह बदलाव किया गया है।
नई रिपोर्ट के मुताबिक, दिसंबर 2025 में ब्रेंट क्रूड की कीमत $71 प्रति बैरल हो सकती है, जो पहले के अनुमान से $5 कम है। वहीं, WTI क्रूड की कीमत $67 प्रति बैरल रहने की संभावना है।
भारत में पेट्रोल-डीजल होंगे सस्ते?
एक रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय कमोडिटी विशेषज्ञों का मानना है कि अगर Goldman Sachs की भविष्यवाणी सटीक साबित होती है, तो 2026 तक पेट्रोल-डीजल की कीमतों में 10 रुपये प्रति लीटर तक की कटौती हो सकती है।
Comments (0)