भारत का वस्तु निर्यात अक्टूबर 2024 में 17.25% की बढ़ोतरी के साथ 39.2 अरब डॉलर तक पहुंच गया, जो दो साल का सबसे बड़ा उछाल है। पिछले वर्ष इसी महीने में यह 33.43 अरब डॉलर था। हालांकि, व्यापार घाटा 27.14 अरब डॉलर रहा। आयात भी 3.9% बढ़कर 66.34 अरब डॉलर हो गया, जिसमें कच्चे तेल का आयात 13.34% बढ़कर 18.2 अरब डॉलर पर पहुंच गया।
वाणिज्य सचिव का बयान और सरकार की रणनीति
वाणिज्य सचिव सुनील बर्थवाल के अनुसार, अक्टूबर निर्यात के लिए एक उत्कृष्ट महीना रहा। सरकार का ध्यान इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स, औषधि, रसायन, प्लास्टिक और कृषि क्षेत्र में निर्यात बढ़ाने पर है, साथ ही 20 प्रमुख देशों पर फोकस किया जा रहा है। इन देशों की वैश्विक आयात में हिस्सेदारी 60% है और इन छह क्षेत्रों की हिस्सेदारी 67% है।
बर्थवाल ने कहा कि सरकार ब्रांड इंडिया को बढ़ावा देने और व्यापारिक बाधाओं को दूर करने के साथ इन देशों में अपनी पैठ मजबूत कर रही है। उन्होंने कहा कि क्रिसमस की मांग के चलते भी अक्टूबर में निर्यात में वृद्धि हुई है।
चुनौतियां और निर्यातकों की प्रतिक्रिया
फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट ऑर्गेनाइजेशन के अध्यक्ष अश्विनी कुमार ने वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं के बावजूद निर्यात वृद्धि को सकारात्मक बताया। हालांकि, उन्होंने इजराइल-ईरान तनाव के कारण यूरोप, अफ्रीका, सीआईएस और खाड़ी क्षेत्र के व्यापार में लॉजिस्टिक चुनौतियों की ओर भी इशारा किया।
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