वित्त वर्ष 2024-25 के बजट में पूंजीगत व्यय पर सरकार की पहल के बाद अब निजी क्षेत्र ने भी पूंजी निवेश बढ़ाने का इरादा जाहिर किया है। इस क्षेत्र की कंपनियों के प्रमुखों ने कहा कि सरकार ने वित्त वर्ष 2024-25 में आधारभूत ढांचे के विकास पर 11.11 लाख करोड़ रुपये खर्च करने की घोषणा की है, जिसके बाद उन्हें मांग बढ़ने की उम्मीद नजर आने लगी है।
अदाणी समूह के अधिकारियों ने कहा कि उन्होंने अपने अनुमानों के आधार पर अगले कुछ वर्षों में विस्तार योजनाओं पर आने वाले खर्च के लिए बंदोबस्त कर लिया है।
इस साल की शुरुआत से बड़ी भारतीय कंपनियों ने दीर्घ अवधि के लिए भारी-भरकम निवेश की घोषणाएं की हैं। मॉर्गन स्टैनली के एक अनुमान के अनुसार देश की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज अगले दस वर्षों में 60 अरब डॉलर निवेश करेगी।
अदाणी समूह भी अगले दस वर्षों के दौरान नए हवाई अड्डों, बंदरगाहों और हरित ऊर्जा परियोजनाओं पर 100 अरब डॉलर निवेश करने की बात कह चुका है।
आदित्य बिड़ला समूह ने भी नए निवेश के लिए कमर कस ली है। इस समूह की अल्ट्राटेक ने कहा है कि वह अगले तीन वर्षों के दौरान 32,400 करोड़ रुपये निवेश करेगी।
जिंदल स्टेनलेस के प्रबंध निदेशक अभ्युदय जिंदल ने कहा, ‘हम अपना कारोबारी दायरा बढ़ाने के लिए पहले ही क्षमता विस्तार और नई इकाइयों के अधिग्रहण पर रकम खर्च कर रहे हैं।
वित्त वर्ष 2024-25 के बजट में पूंजीगत व्यय पर सरकार की पहल के बाद अब निजी क्षेत्र ने भी पूंजी निवेश बढ़ाने का इरादा जाहिर किया है। इस क्षेत्र की कंपनियों के प्रमुखों ने कहा कि सरकार ने वित्त वर्ष 2024-25 में आधारभूत ढांचे के विकास पर 11.11 लाख करोड़ रुपये खर्च करने की घोषणा की है, जिसके बाद उन्हें मांग बढ़ने की उम्मीद नजर आने लगी है।
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