संसदीय समिति ने UPSC को लेकर कमेटी की सिफारिश की
देश के सबसे कठिन एग्जाम यूपीएससी के पैटर्न में लंबे समय से बदलाव की मांग की जा रही है। कभी यूपीएससी के सिलेबस को लेकर सवाल उठते हैं, तो कभी परीक्षा में पूछे गए प्रश्नों के स्तर को लेकर। यूपीएससी पर ये भी आरोप लगते हैं कि उनका परीक्षा पैटर्न शहरी परिवेश के छात्रों के हिसाब से तैयार किया गया है। ग्रामीण और हिंदी पट्टी से आने वाले छात्रों के साथ यूपीएससी अहित करता है। ये बात किसी से छिपी नहीं है कि इतने बड़े एग्जाम में अंग्रेजी माध्यम से आने वाले छात्रों की तूती बोलती है, वहीं हर साल हिंदी माध्यम के गिने चुने छात्र पास हो पाते हैं। लेकिन अब हिंदी माध्यम और ग्रामीण परिवेश के छात्रों के लिए खुशखबरी है। संसदीय समिति ने यूपीएससी परीक्षा प्रणाली में सुधार के लिए एक कमेटी बनाने की सिफारिश की है। ये कमेटी इस बात का अध्ययन करेगी कि क्या वर्तमान परीक्षा प्रणाली अंग्रेजी माध्यम के शहरी उम्मीदवारों और गैर-अंग्रेजी माध्यम से शिक्षित ग्रामीण उम्मीदवारों को समान अवसर प्रदान करती है?
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