क्या है साइलेंट अटैक?
साइलेंट हार्ट अटैक एक ऐसा दिल का दौरा है, जिसके लक्षण बहुत कम होते हैं। अगर इसके लक्षण कोई हों तो यह ऐसे होते हैं जिन्हें दिल का दौरा नहीं माना जाता है। साइलेंट हार्ट अटैक से सीने में दर्द या सांस की तकलीफ नहीं होती है, जो आम तौर पर दिल के दौरे से जुड़ी होती है।
साइलेंट अटैक के कारण
मोटापा
ज्यादा वजन दिल पर अनावश्यक तनाव की वजह बन सकता है। इसका वजह से साइलेंट हार्ट अटैक समेत कई स्वास्थ्य सम्बंधित जटिलताएं उत्पन्न हो सकती हैं।
हाई ब्लड प्रेशर
हाई ब्लड प्रेशर भी साइलेंट अटैक की एक वजह बन सकती है। दरअसल, हाई बीपी
दिल, आर्टरीज और अन्य महत्वपूर्ण अंगों पर अतिरिक दबाव डालता है, जिससे साइलेंट हार्ट अटैक के चांस ज्यादा होते हैं|
हाई कोलेस्ट्रॉल
कोलेस्ट्रॉल का बढ़ता लेवल भी साइलेंट हार्ट अटैक का कारण बन सकता है। शरीर में बेड कोलेस्ट्रॉल की बढ़ी हुई मात्रा खासतौर पर लो-डेंसिसिटी लिपोप्रोटीन (एलडीएल) या 'खराब' कोलेस्ट्रॉल आर्टरीज के अंदर प्लाक बनाने में योगदान देते हैं, जो ब्लड फ्लो को अबरोधित करता है और साइलेंट हार्ट अटैक का कारण बनता हैं|
उम्र
साइलेंट अटैक के प्रमुख कारणों में उम्र भी एक बड़ा कारण है। दरअसल, उम्र के साथ, दिल से जुड़ी जटिलताओं का खतरा बढ़ जाता है, जिससे साइलेंट अटैक की संभावना काफी बढ़ जाती है।
धूम्रपान
इन दिनों कई लोग धूम्रपान के आदि हो चुके हैं। आपकी यह आदत आपकी सेहत के लिए काफी घातक साबित हो सकती है। दरअसल, तंबाकू के धुएं में मौजूद जहरीले पदार्थ ब्लड वेसल्स को नुकसान पहुंचाते हैं और ऐसी स्थितियों को बढ़ाते हैं, हैं जो साइलेंट हार्ट अटैक का कारण बन सकती है।
पारिवारिक इतिहास
अगर आपके परिवार में दिल की बीमारियों का पारिवारिक इतिहास रहा है, तो भी आपके साइलेंट हार्ट अटैक की सम्भावना का खतरा और बढ़ जाता है। आपके परिवार की मेडिकल हिस्ट्री आपके दिल के स्वास्थ्य पर गहन असर डालती है। ऐसे में जरूरी है कि दिल का उचित ख्याल रखा जाए और समय-समय पर मेडिकल जांच करवाते रहें।
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