सर्दी के मौसम में कोल्ड-कफ की समस्या बहुत जल्दी हो जाती है, अगर यह ठीक ना हो तो इंफेक्शन छाती तक पहुंच कर फेफड़ों को भी नुकसान पहुंचाता है।
सर्दी के मौसम में कोल्ड-कफ की समस्या बहुत जल्दी हो जाती है, अगर यह ठीक ना हो तो इंफेक्शन छाती तक पहुंच कर फेफड़ों को भी नुकसान पहुंचाता है। छाती का संक्रमण लगातार खांसी, सीने में जकड़न और सांस फूलने की समस्या को बढ़ा देता है। छाती में संक्रमण का मतलब है कि फेफड़ों में दिक्कत होना। फेफड़ों में संक्रमण के मुख्य कारण वायरस और बैक्टीरिया होते हैं जब रोगी सांस लेता है तो रोगाणु फेफड़ों में जमा हो जाते हैं।
छाती में संक्रमण होने के लक्षण
छाती में इंफेक्शन होने के कई तरह का संकेत शरीर में देखने को मिल सकते हैं जिनमें से सबसे आम लक्षण हैं-लगातार खांसी होना जो कई दिनों और हफ्तों तक बनी रहे।
सांस लेने मे तकलीफ जैसे सांस फूलना या घरघराहट की आवाज
सीने में दर्द या बेचैनी जो खांसने या गहरी सांस लेने से बढ़ जाती है।
बुखार और ठंड लगना
थकान और कमजोरी महसूस होना
सिरदर्द , मांसपेशियों में दर्द
दिल की धड़कन तेज होना
पीला या हरे रंग का बलगम आना
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