ड्राई आई सिंड्रोम एक ऐसी कंडिशन है, जिसमें आंखों की आंसुओं की परत प्रभावित होती है। टीयर फिल्म आंखों को सुरक्षित रखने के लिए आवश्यक होती है। आंसुओं की परत में दिक्कत आने की वजह से आंखों को देखने में तकलीफ हो सकती है। आंखों में आंसुओं का न बनना या जल्दी सूखने की वजह से यह समस्या होती है। इस कारण से आंखों में जलन, खुजली या धुंधला दिखने जैसी कई आंखों की समस्या हो सकती है।
कैसे करें इससे बचाव?
ब्रेक लें-
अधिक समय तक फोन या लैपटॉप की स्क्रीन पर देखने की वजह से आंखों की टियर फिल्म प्रभावित हो सकती है। इसलिए, अगर आपको बहुत समय तक स्क्रीन पर देखना पड़ता है, तो बीच-बीच में थोड़ी देर के लिए ब्रेक लेकर अपनी आंखों को रेस्ट करने दें।
प्रदूषण से बचें-
हवा में मौजूद हानिकारक प्रदूषक तत्वों की वजह से आंखें ड्राई हो सकती हैं। इसलिए, आंखों को प्रदूषण से बचाकर रखना बहुत जरूरी है। इसलिए बाहर निकलते समय चश्मे का इस्तेमाल करें ताकि प्रदूषण आपकी आंखों में कम जाए।
ह्यूमिडिफायर-
सर्दियों के मौसम में हवा शुष्क हो जाती है, जिस वजह से आंखें भी ड्राई होने लगती है। इससे बचने के लिए अपने कमरों में ह्यूमिडिफायर का इस्तेमाल करें। इससे आपकी आंखों की नमी बरकरार रहेगी।
स्मोकिंग से दूर रहें-
स्मोक करने से या सिग्रेट के धुएं में रहने से आंखों पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है। इसलिए, स्मोकिंग न करें और सकेंड हैंड स्मोक से भी दूर रहें।
डॉक्टर से मिलें-
आंखों की ड्राईनेस की समस्या अगर ठीक नहीं हो रही है, तो डॉक्टर से संपर्क करें। वे आपकी आंखों की कंडिशन को समझ कर, उसका बेहतर इलाज कर पाएंगे।
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