महिलाओं को 30 की उम्र के बाद एक दों साल के अंतराल शारारिक टेस्ट करवाते रहना चाहियें। भागदौंड़ भरी जिंदगी में किसी के पास अपने लिए टाइम नही है। जिसमें महिलाओं का नाम सबसे पहले आता है। अपने ऊपर ध्यान ना देने की वजह से कम उम्र में ही महिलाएं कई बीमारियों का शिकार हो जाती है। 30 की उम्र में कई तरह के हार्मोन्स बदलते है। इसलिये महिलाओं को 30 की उम्र के बाद टेस्ट करवाते रहना चाहियें।
विटामिन डी
आज के समय में हम लोग नेचर के साथ समय कम बिताते है और ए.सी में ज्यादा समय बिताते है। इससे हमारी बॉडी में विटामिन डी की कमी हो जाती है। प्रेगनेंसी से लेकर बढ़ती उम्र में महिलाओं के शरीर में विटामिन डी की कमी हो जाती है। सुबह की धूप जरुर ले इससे आपके शरीर में विटामिन डी की कमी नही होगी। विटामिन डी से भरपूर खाद्य पदार्थों के अपनी डाइट में सामिल करें। विटामिन डी आपकी हड्डियों को मजबूत बनाता है।
डायबिटीज
डायबिटीज यानी सुगर की बीमारी से आजकल हर कोई ग्रस्त है। भारत में डायबिटीज बहुत तेजी से फैल रहा है। डायबिटीज के लक्षण खास ना होने की वजह से इसका पता भी नही चलता। डायबिटीज में ब्लड सुगर लेवल अचानक से बढ़ जाता है। जिसके परिणाम गंभीर हो सकते है।
कम्पलीट ब्लड काउंट
महिलाओं को कम्पलीट ब्लड काउंट (सीबीसी) जरुर करवाना चाहिए। यह एक ब्लड टेस्ट होता है। जिससे कई बिमारियों का पता लगाया जा सकता है। साीबीसी में किसी भी तरह के इंफेक्शन, एनीमिया, डिसऑर्डर तक का भी पता लगाया जा सकता है।कम्प्लीट ब्लड काउंट में लाल रक्त कोशिकाओं (R.B.C s), श्वेत रक्त कोशिकाओं (W.B.C s), हीमोग्लोबिन, हेमटोक्रिट (Hct) और प्लेटलेट्स के बारे में पता चलता है।
थायराइड टेस्ट
आज के समय में ज्यादातर महिलाओं को थायराइड की शिकायत है। इस बिमारी का हमें शुरूआत में पता नही चल पाता है। पर आगें चलकर यें स्वास्थ सें जुड़ी समस्याओं को बढ़ा देता है। समय रहतें महिलाओं को थायराइड की जांच करवा लेनी चाहियें। हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार इसके आम लक्षण अनियमित पीरियड्स, वजन का अचानक बढ़ना, बाल झड़ना हैं।
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