राजगढ़ से एक हैरान करने करने वाला मामला सामने आया है, जहां कथा वांचते समय कथा वाचक भगवताचार्य पंडित गोपाल कृष्ण महाराज को हार्ट अटैक आ गया और उनका निधन हो गया.... जानकारी के मुताबिक महाराज गुरु पूर्णिमा पर पाडलिया अंजना गांव में श्रीमद भागवत कथा में प्रवचन देने के बाद भजन गा रहे थे.. इसी दौरान अचानक उनकी आवाज आना बंद हो गई... आनन-फानन में वहां मौजूद भक्त उन्हें तुरंत अस्पताल ले गए... लेकिन रास्ते में ही उनकी मौत हो गई...
दिल का दौरा क्यों पड़ता है?
हार्ट अटैक को मेडिकल भाषा में मायोकार्डियल इंफार्क्शन कहते हैं। जब दिल की मांसपेशियों को उचित मात्रा में खून नहीं मिल पाता है, तो हार्ट अटैक आता है। दिल की मांसपेशियों तक खून की सप्लाई को दोबारा बहाल करने में जितना ज्यादा वक्त लगेगा, दिल की मांसपेशियों को उतना ही ज्यादा नुकसान पहुंचेगा और मरीज के लिए खतरा भी उतना ही ज्यादा बढ़ जाएगा।
दिल की सेहत के लिए क्या कर सकते हैं?
1. दिल की सेहत को देखते हुए डाइट लें
संतुलित आहार लें, जिसमें फल, सब्जियां, साबुत अनाज, लीन प्रोटीन और हेल्दी फैट्स हों। इससे दिल की बीमारी का जोखिम कम होगा। प्रोसेस्ड और ट्रांस फैट्स से दूरी बनाना ही फायदेमंद है।
2. हेल्दी वजन बनाए रखें
जरूरत से ज्यादा वजन या मोटापा दिल के दौरे का जोखिम बढ़ाता है। हेल्दी वजन बनाए रखने के लिए डाइट पर ध्यान दें और साथ ही फिजिकल एक्टिविटी को लाइफस्टाइल का हिस्सा बनाएं।
3. रोजाना एक्सरसाइज करें
रोज एक्सरसाइज तो आपकी दिल की सेहत को स्वस्थ रखने का काम करती है और दिल की बीमारी का जोखिम भी कम करती है। कम से म रोज आधा घंटा मध्यम इंटेन्सिटी का वर्कआउट करने की कोशिश जरूर करें।
4. स्मोकिंग से बचें
स्मोक करने की आदत भी दिल की बीमारी के जोखिम को बढ़ाती है। अगर आप स्मोक करते हैं, तो इस आदत को खत्म करने के लिए काम करें, जिससे आप न सिर्फ दिल के दौरे, बल्कि कई सारी बीमारियों से भी बच सकते हैं।
5. तनाव को मैनेज करें
क्रॉनिक या फिर लंबे समय तक तनाव में रहना दिल की बीमारी के जोखिम को बढ़ाता है। तनाव और बेचैनी को मैनेज करने के लिए स्वस्थ तरीके अपनाएं। जैसे योग, ध्यान करना, अच्छी नींद लेना या फिर थेरेपिस्ट से बात करना।
6. नियमित चेक-अप करवाएं
एक उम्र के बाद नियमित रूप से बॉडी चेकअप करवाना जरूरी हो जाता है। इससे दिल का दौरा, स्ट्रोक, हाई बीपी, कोलेस्ट्रॉल और दूसरी कई गंभीर बीमारियों का खतरा भी कम होता है।
Written by - ASHWIN JAIN
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