हाई ब्लड प्रेशर आज के समय में एक सामान्य लेकिन गंभीर स्वास्थ्य समस्या बन चुका है, जिसका असर केवल हृदय या किडनी तक सीमित नहीं है, बल्कि यह व्यक्ति के यौन जीवन को भी गहराई से प्रभावित करता है। विशेषज्ञों के अनुसार, हाई ब्लड प्रेशर के कारण शरीर की रक्त धमनियों में दबाव बढ़ जाता है, जिससे रक्त संचार में रुकावट आती है।
उच्च रक्तचाप यानी हाई ब्लड प्रेशर आज के समय में एक सामान्य लेकिन गंभीर स्वास्थ्य समस्या बन चुका है, जिसका असर केवल हृदय या किडनी तक सीमित नहीं है, बल्कि यह व्यक्ति के यौन जीवन को भी गहराई से प्रभावित करता है। विशेषज्ञों के अनुसार, हाई ब्लड प्रेशर के कारण शरीर की रक्त धमनियों में दबाव बढ़ जाता है, जिससे रक्त संचार में रुकावट आती है। यौन क्रिया के दौरान शरीर के विभिन्न अंगों, विशेषकर जननांगों में पर्याप्त रक्त प्रवाह की आवश्यकता होती है। लेकिन जब धमनियां संकरी या कठोर हो जाती हैं, तो पुरुषों में इरेक्टाइल डिसफंक्शन और महिलाओं में यौन इच्छा में कमी, योनि में सूखापन और ऑर्गैज़्म तक पहुँचने में कठिनाई जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
इसके अलावा, उच्च रक्तचाप से ग्रस्त व्यक्ति में थकान, चिड़चिड़ापन और मानसिक तनाव भी अधिक रहता है, जो रिश्तों में दूरी बढ़ा सकता है। कई बार ब्लड प्रेशर नियंत्रित करने वाली दवाओं के साइड इफेक्ट भी यौन क्षमता को प्रभावित करते हैं। खासतौर पर बीटा-ब्लॉकर्स और डाइयूरेटिक्स जैसी दवाएं पुरुषों में यौन दुर्बलता को बढ़ा सकती हैं। यह स्थिति दंपत्ति के रिश्तों में तनाव और असंतोष का कारण बनती है।
इसलिए विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि हाई ब्लड प्रेशर से पीड़ित लोगों को अपनी जीवनशैली में सुधार लाना चाहिए — जैसे कि संतुलित आहार, नियमित व्यायाम, तनाव प्रबंधन और डॉक्टर की सलाह से दवाओं का सेवन। साथ ही, अपने साथी के साथ खुलकर संवाद करना भी आवश्यक है, ताकि यौन जीवन में आई रुकावट को समझदारी और धैर्य के साथ संभाला जा सके। उच्च रक्तचाप को नजरअंदाज करने से न केवल दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ता है, बल्कि दांपत्य जीवन की गुणवत्ता भी प्रभावित होती है, इसलिए समय पर सतर्क रहना ही बेहतर है।
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