मानसून में बाल झड़ना आम समस्या है। ऐसा इसलिए क्योंकि बारिश के कारण वातावरण में नमी बढ़ जाती है। इसी नमी के कारण बालों और स्किन पर असर पड़ने लगता है, जिसकी वजह से बाल कमजोर हो जाते हैं और गिरने लगते हैं। बाल गिरने के और भी कई कारण हो सकते हैं।
इन कारणों से ज्यादा झड़ते हैं बाल
सिर में ज्यादा नमी और चिपचिपाहट
सिर की सफाई न रख पाना
पानी कम पीना
पोषण की कमी
हीट स्टाइलिंग टूल्स का इस्तेमाल
बालों में ज्यादा डैंड्रफ होना
खराब लाइफस्टाइल
अमेरिकन एकेडमी ऑफ डर्मेटोलॉजी के मुताबिक, हेल्दी लोगों के सिर पर 80,000 से 1,20,000 बाल होते हैं। हर दिन एक व्यक्ति के करीब 50-100 बाल झड़ते हैं, जो कि नॉर्मल है। इसमें डरने की कोई जरूरत नहीं है। अगर एक दिन में करीब 100 से ज्यादा बाल गिर रहे हैं या बालों का गुच्छा गिरता हुआ दिखाई दे रहा है तो इसका मतलब है कि आपके बाल जरूरत से ज्यादा झड़ रहे हैं।
इसके अलावा बाल झड़ने के ये भी है कारण
वातावरण में नमी के कारण बाल हाइड्रोजन को अब्जॉर्ब कर लेते हैं। बालों की रासायनिक संरचना हाइड्रोजन के प्रति संवेदनशील होती है। इसी वजह से मानसून में बाल झड़ते हैं।
नमी के कारण बालों की चिकनी क्यूटिकल फट जाती हैं और बाल टूटने लगते हैं। नमी के कारण स्कैल्प को पोषक तत्व नहीं मिल पाते हैं और उसकी जड़ें शुष्क और कमजोर हो जाती हैं।
जब आपके बाल बारिश के पानी में भीग जाते हैं तो नमी बालों के रोम को कमजोर कर देती है और बालों को उलझा देती है और इस तरह बारिश के मौसम में बाल झड़ने लगते हैं।
इसके अलावा बारिश में एसिड रेन, जल संक्रमण, बैक्टीरिया और फंगस का जोखिम भी बढ़ता है, जिससे स्कैल्प में खुजली होती है और बाल झड़ने लगते हैं। इसका एक मुख्य कारण डैंड्रफ भी है।
ऐसे रखें अपने बालों का ख्याल
बॉडी को रखें हाइड्रेट
डाइट में पौष्टिक तत्वों को शामिल करें
रोज व्यायाम करें
गीले बालों को न बाधें
तनाव कम करने का प्रयास करें
अच्छी नींद लें
गीले बालों में कंघी न करें
जैसे नमी के कारण बालों पर असर पड़ता है, वैसे ही ज्यादा नमी के कारण हमारी स्किन पर भी असर पड़ता है। ह्युमिडिटी के कारण स्किन में नेचुरल ऑयल ज्यादा निकलता है। जब ये धूल-मिट्टी और प्रदूषण के संपर्क में आता है तो पोर्स को बंद कर देता है और सीबम बनाता है। इसी कारण कई लोगों को एक्ने और पिंपल्स होते हैं। इसके और भी कई कारण हैं।
कम पानी पीने से स्किन शुष्क हो जाती है, जिस वजह से चेहरे पर एक्ने ब्रेकआउट हो सकता है।
ज्यादा ऑयली क्रीम भी पिंपल्स बढ़ा सकती है। कुछ लोग डेड स्किन से निजात पाने के लिए केमिकल वाले स्क्रब लगा लेते हैं। इस वजह से पिंपल्स और बढ़ जाते हैं।
त्वचा का संपर्क बारिश के पानी में ज्यादा देर बने रहने से या गीले कपड़े ज्यादा देर पहने रहने से त्वचा में फंगल इन्फेक्शन हो सकता है।
बारिश में त्वचा का ऐसे रखें ख्याल
दिन में 2 बार करें फेसवॉश
पानी भरपूर मात्रा में पिएं
नॉन ऑयली मॉइस्चराइजर यूज करें
मेकअप कम से कम करें
इन बातों का भी ध्यान रखना चाहिए
जितना संभव हो सके, अपने सिर और बालों को सूखा रखें क्योंकि गीले होने पर आपके बाल सबसे कमजोर होते हैं।
अपने बालों को प्राकृतिक रूप से सूखने दें। ड्रायर का इस्तेमाल कम करें। कर्लर, स्ट्रेटनर जैसे हीट स्टाइलिंग टूल्स से भी बचें।
बालों को सुखाने के लिए किसी खुरदुरे कपड़े की बजाय माइक्रोफाइबर तौलिए का इस्तेमाल करें।
स्ट्रीट फूड और खुले में मिल रहे जूस पीने से बचें। इस मौसम में इनमें सबसे ज्यादा बैक्टीरिया रहते हैं।
चेहरे पर ज्यादा केमिकल वाले प्रोडक्ट्स न यूज करें।
पिंपल्स हों तो स्क्रब का इस्तेमाल बिल्कुल न करें।
घर में किसी और के कपड़े, टॉवल बिल्कुल यूज न करें।
शराब का सेवन और धूम्रपान कम करें क्योंकि इससे मानसून में बाल झड़ने की समस्या बढ़ सकती है।
Written By- Divya Tiwari
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