ठंड में प्यास कम लगने के बावजूद शरीर को पर्याप्त पानी और तरल पदार्थों की ज़रूरत होती है। अनदेखी करने पर डिहाइड्रेशन सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है।
अक्सर माना जाता है कि पानी की कमी सिर्फ़ गर्मियों में होती है, जबकि सच्चाई यह है कि सर्दियों में भी शरीर को पर्याप्त तरल की ज़रूरत होती है। ठंड के मौसम में पसीना कम दिखाई देता है, लेकिन शरीर का जलस्तर लगातार घटता रहता है। सूखी हवा, घरों में हीटर का प्रयोग और कम पानी पीने की आदत—ये सभी डिहाइड्रेशन का कारण बन जाते हैं।
नियमित रूप से पानी और तरल पदार्थ लें
सर्दियों में प्यास कम लगती है, इसलिए हमें सचेत रूप से पानी पीने की आदत विकसित करनी चाहिए। दिनभर में 6–8 गिलास पानी पिएँ। इसके साथ आप सूप, हर्बल टी, नींबू-शहद पानी या गुनगुना पानी भी ले सकते हैं। इससे शरीर का तापमान संतुलित रहता है और पाचन शक्ति भी मज़बूत होती है।
पानी से भरपूर आहार का चयन करें
खाने में ऐसे फल और सब्ज़ियाँ शामिल करें जिनमें प्राकृतिक रूप से पानी अधिक हो—जैसे संतरा, अमरूद, सेब, टमाटर, खीरा, पालक और सूप आधारित आहार। इनसे शरीर को विटामिन और मिनरल्स भी मिलते हैं, जो प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मदद करते हैं।
होंठ, त्वचा और मूत्र पर ध्यान दें
डिहाइड्रेशन के संकेत सर्दियों में भी दिखाई देते हैं—जैसे फटे होंठ, रूखी त्वचा, थकान, सिरदर्द और गहरे रंग का मूत्र। यदि ऐसे लक्षण दिखें, तो पानी और तरल पदार्थों का सेवन तुरंत बढ़ाएँ। साथ ही, कैफीन और अधिक मीठे पेय कम लें, क्योंकि वे शरीर का पानी घटा सकते हैं।
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