तिब्बत, नेपाल, बांग्लादेश और भारत में बीते मंगलवार को भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। मिली जानकारी के अनुसार, भूकंप का केंद्र तिब्बत और नेपाल रहा। आपको बता दें कि, इस भूकंप से तिब्बत में सबसे ज्यादा तबाही मची। 6.8 तीव्रता वाले इस भूकंप में 126 लोगों की मौत हो गई और 188 लोग घायल बताए जा रहे हैं। इस प्राकृतिक आपदा पर तिब्बती आध्यात्मिक गुरु दलाई लामा ने गहरा दुख व्यक्त किया है।
मुझे बहुत दुख हुआ है: दलाई लामा
केंद्रीय तिब्बती प्रशासन की आधिकारिक वेबसाइट पर जारी बयान के अनुसार, आध्यात्मिक गुरु दलाई लामा ने कहा कि, आज सुबह तिब्बत और आस-पास के क्षेत्रों में आए विनाशकारी भूकंप के बारे में जानकर मुझे बहुत दुख हुआ है। दलाई लामा ने शोक संदेश में कहा कि, भूकंप से कई लोगों की दुखद मृत्यु हुई है, कई लोग घायल हुए हैं और घरों एवं संपत्तियों को व्यापक क्षति पहुंची है।
मैं उन लोगों के लिए प्रार्थना करता हूं
आध्यात्मिक गुरु दलाई लामा ने कहा ने कहा कि, मैं उन लोगों के लिए प्रार्थना करता हूं जिन्होंने अपनी जान गंवाई है और जो लोग घायल हुए हैं उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। आपको बता दें कि, दलाई लामा कई दशकों से हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में निर्वासन में रह रहे हैं।
भूकंप के झटके नेपाल तक महसूस किए गए
इस भूकंप के झटके पड़ोसी नेपाल तक महसूस किए गए, जहां लोग अपने घरों से बाहर निकलने पर मजबूर हो गए। तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र के शिगाजे में स्थित डिंगरी काउंटी में सुबह 9:05 बजे भूकंप आया, हालांकि अमेरिकी भूगर्भीय सेवा ने इसकी तीव्रता 7.1 बताई।
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