भारत के विरोध के बावजूद, अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने पाकिस्तान को नई मदद दी है। लेकिन अब IMF ने पाकिस्तान को चेतावनी दी है कि भारत के साथ तनाव बढ़ने से उसकी सुधार योजनाओं को खतरा हो सकता है। IMF ने पाकिस्तान के लिए 11 नई शर्तें भी रखी हैं। उसने यह भी कहा है कि अगर ऐसा लगे कि पाकिस्तान IMF से मिले पैसे को गलत तरीके से इस्तेमाल कर रहा है, तो उसकी छवि खराब हो सकती है। IMF ने पाकिस्तान को जो बेलआउट पैकेज दिया है, उसके तहत कुछ सुधार करने के लिए कहा गया है। IMF का कहना है कि अगर पाकिस्तान में राजनीतिक या सामाजिक तनाव बढ़ता है, तो सुधारों को लागू करने में दिक्कत आ सकती है।
पाकिस्तान को मदद का विरोध
भारत की चिंता यह है कि पाकिस्तान को मदद क्यों दी जा रही है, जबकि उसके संबंध आतंकवाद से जुड़े हुए हैं। राजनाथ सिंह ने पिछले हफ्ते कहा था कि पाकिस्तान सरकार IMF से मिले पैसे का इस्तेमाल आतंकवादियों के ठिकाने बनाने में कर सकती है। उन्होंने IMF से इस मदद पर दोबारा सोचने को कहा था। 9 मई को IMF बोर्ड की मीटिंग में भारत ने पाकिस्तान को 1 अरब डॉलर का लोन देने का विरोध किया था। भारत ने जलवायु परिवर्तन के नाम पर 1.4 अरब डॉलर की अतिरिक्त मदद का भी विरोध किया था। लेकिन अमेरिका और यूरोपीय देशों ने इस प्रस्ताव का समर्थन किया और इसे मंजूरी दे दी।
लोन लेने के लिए 11 नई शर्तें
IMF ने पाकिस्तान को लोन लेने के लिए 11 नई शर्तें दी हैं। IMF का कहना है कि अगर ऐसा लगे कि पाकिस्तान निष्पक्ष नहीं है या वह फंड का गलत इस्तेमाल कर रहा है, तो उसकी छवि खराब हो सकती है। IMF ने कहा कि पाकिस्तान ने उसे भरोसा दिलाया है कि वह आर्थिक स्थिरता लाने, मजबूत रिजर्व बनाने और विकास को बढ़ावा देने के लिए सुधार करेगा।
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