बांग्लादेश में हाल ही में एक नई अंतरिम सरकार का गठन किया गया है, जिसका नेतृत्व नोबेल पुरस्कार विजेता डॉ. मोहम्मद यूनुस कर रहे हैं। इस अंतरिम सरकार का गठन गुरुवार रात हुआ और इसमें 17 सदस्यों ने शपथ ली है। इस नई सरकार में दो प्रमुख छात्र नेता भी शामिल हैं, एम नाहिद इस्लाम और आसिफ महमूद साजिब भुइयां। इन दोनों ने छात्र आंदोलनों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी और इन्हें तख्तापलट का मुख्य चेहरा माना जाता है।
नाहिद इस्लाम और उनका योगदान
नाहिद इस्लाम ने बांग्लादेश में चल रहे आरक्षण विरोधी छात्र आंदोलन में एक प्रमुख भूमिका निभाई थी। उन्होंने बांग्लादेश आरक्षण सुधार आंदोलन की अगुवाई की, जो बाद में असहयोग आंदोलन में परिवर्तित हो गया। इस आंदोलन के कारण शेख हसीना की सरकार गिर गई और नाहिद के नेतृत्व में यह आंदोलन इतना उग्र हो गया कि शेख हसीना को प्रधानमंत्री पद छोड़ना पड़ा। नाहिद इस्लाम ने मोहम्मद यूनुस को अंतरिम सरकार का नेतृत्व करने के लिए भी राजी किया था। उनका जन्म 1998 में ढाका में हुआ और उन्होंने ढाका यूनिवर्सिटी से समाजशास्त्र में पढ़ाई की।
आसिफ महमूद और उनका योगदान
आसिफ महमूद ने भी छात्र आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। वे कोमिला के निवासी हैं और ढाका यूनिवर्सिटी में लैंग्वेज स्टडीज के छात्र हैं।जून 2024 में आरक्षण के खिलाफ देशव्यापी आंदोलन में शामिल होने के बाद आसिफ को 26 जुलाई को हिरासत में लिया गया। सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए उन्हें अस्पताल से हिरासत में लिया गया था। हालांकि, बाद में उन्हें छोड़ दिया गया।आसिफ ने आंदोलन के दौरान पुलिस की प्रताड़ना का आरोप लगाया और एक इंजेक्शन के कारण कई दिनों तक बेहोश रहे।
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