पहलगाम आतंकी हमले ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है। इस हमले में 28 निर्दोष पर्यटकों की जान चली गई और 20 से अधिक लोग घायल हो गए। यह हमला पिछले एक दशक में जम्मू-कश्मीर में नागरिकों पर हुआ सबसे भीषण हमला माना जा रहा है।
भारत की प्रतिक्रिया
संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि पी हरीश ने गुरुवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए क्रूर आतंकी हमले में लोगों के जान गंवाने पर भारत शोक जताता है। उन्होंने कहा कि भारत के मित्रों और साझेदारों ने संवेदना जताई और आतंकवाद के सभी रूपों की निंदा की। हरीश ने आगे कहा कि संयुक्त राष्ट्र और दुनिया को नागरिकों और पर्यटकों के खिलाफ किए गए ऐसे आतंकी कृत्य की सार्वजनिक रूप से निंदा करनी चाहिए, जिसका कोई औचित्य नहीं हो सकता।
अंतर्राष्ट्रीय प्रतिक्रिया
अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी इस हमले की व्यापक निंदा हुई है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने इस हमले को मानवता के खिलाफ अपराध बताया और भारत के साथ एकजुटता व्यक्त की। इसके अलावा, अमेरिकी राष्ट्रपति समेत अन्य विश्व नेताओं ने भी इस हमले की निंदा की है।
पाकिस्तान पर एक्शन की संभावना
अब देखना यह है कि पाकिस्तान पर क्या एक्शन लिया जाएगा। भारत सरकार ने दोषियों को सख्त सजा दिलाने का आश्वासन दिया है। गृह मंत्री अमित शाह ने भी हमले को जघन्य अपराध बताया और कहा कि आतंकवादियों को बख्शा नहीं जाएगा। पहलगाम में हुआ यह आतंकी हमला न केवल निर्दोष नागरिकों की हत्या है, बल्कि यह हमारे देश की एकता, अखंडता और सांप्रदायिक सौहार्द पर भी हमला है। हमें एकजुट होकर आतंकवाद के खिलाफ लड़ना होगा और यह सुनिश्चित करना होगा कि ऐसे कायराना हमलों को कभी माफ नहीं किया जाएगा।
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