प्राकृतिक दिन की रोशनी सिर्फ मूड ही नहीं, बल्कि डायबिटीज में ब्लड शुगर कंट्रोल करने में भी मददगार हो सकती है। रिसर्च और एक्सपर्ट्स के अनुसार, सूरज की रोशनी शरीर की बॉडी क्लॉक, हार्मोन और मेटाबॉलिज़्म पर असर डालती है
प्राकृतिक दिन की रोशनी सिर्फ मूड ही नहीं, बल्कि डायबिटीज में ब्लड शुगर कंट्रोल करने में भी मददगार हो सकती है। रिसर्च और एक्सपर्ट्स के अनुसार, सूरज की रोशनी शरीर की बॉडी क्लॉक, हार्मोन और मेटाबॉलिज़्म पर असर डालती है, जिससे शुगर लेवल बेहतर हो सकता है। चलिए जानते हैं प्राकृतिक रोशनी डायबिटीज़ में कैसे मदद करती है?
बॉडी क्लॉक को सही करती है
सुबह की धूप शरीर की बायोलॉजिकल क्लॉक को सेट करती है। सही बॉडी क्लॉक से इंसुलिन बेहतर काम करता है और शुगर स्पाइक्स कम होते हैं। दिन की रोशनी में रहने से शरीर की कोशिकाएं इंसुलिन को बेहतर तरीके से रिस्पॉन्ड करती हैं। इससे ब्लड शुगर को कंट्रोल करना आसान होता है।
विटामिन D का स्तर सुधारती है
धूप से मिलने वाला विटामिन D ब्लड शुगर रेगुलेश, इंसुलिन रिलीज में अहम भूमिका निभाता है। विटामिन D की कमी से शुगर कंट्रोल बिगड़ सकता है। इसके साथ ही सुबह की धूप स्ट्रेस कम करती है, कॉर्टिसोल लेवल को नैचुरल रिदम में लाती है। दिन में सही मात्रा में रोशनी मिलने से रात में नींद अच्छी आती है और इससे मेलाटोनिन बैलेंस रहता है।
जरूरी सावधानिया
तेज दोपहर की धूप से बचें, सनस्क्रीन का सही इस्तेमाल करें। दवा और डाइट के साथ ही धूप को सपोर्ट की तरह लें। ध्यान रखें धूप कोई दवा नहीं, लेकिन सही लाइफस्टाइल का ताकतवर हिस्सा जरूर है।
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