जनगणना 2027 के आंकड़े साल 2027 के अंत तक सामने आ सकते हैं। आगे होने वली प्रैक्टिस में डेटा कैप्चर करने और प्रोसेस करने के लिए 'डिजिटल' मोड का इस्तेमाल किया जा रहा है। सरकार के सूत्रों ने बताया कि जनगणना 2011 में राष्ट्रीय, राज्य, जिला और तालुका स्तर पर आखिरी जनसंख्या डेटा प्रकाशित करने में लगभग दो साल लग गए थे। लेकिन सरकार का अनुमान है कि मार्च 2027 की शुरुआत में जनगणना पूरी होने और अंतिम जनसंख्या डेटा जारी होने के बीच का समय 9 महीने जितना कम हो सकता है।
जनगणना 2027 दो चरणों में होगी। पहला चरण 2026 में घरों की सूची बनाने का होगा। दूसरा चरण फरवरी 2027 में जनसंख्या की गणना करने का होगा। सरकार ने हाल ही में आगामी जनगणना के लिए 1 मार्च 2027 को नई संदर्भ तिथि का ऐलान किया है। बता दें कि जनगणना 2020 में ही शुरू होने वाली थी, लेकिन कोविड महामारी के कारण सरकार को इस दस साल की कवायद रोकनी पड़ी।
16 भाषाओं में उपलब्ध होंगे ऐप
पहली बार, जनगणना डेटा को डिजिटल रूप से एकत्र किया जाएगा। इसके लिए मोबाइल फोन ऐप्स का इस्तेमाल किया जाएगा। ये ऐप्स 16 भाषाओं में उपलब्ध होंगे। इनमें हिंदी, अंग्रेजी और 14 क्षेत्रीय भाषाएं शामिल हैं। सूत्रों ने कहा कि ये ऐप्स सरल और उपयोगकर्ता के अनुकूल होने के लिए डिजाइन किए गए हैं। इनका इस्तेमाल गणना करने वाले और नागरिक दोनों कर सकते हैं। नागरिकों को स्वयं गणना करने का विकल्प भी मिलेगा। गणना करने वालों को अब भारी कागज के शेड्यूल लेकर फील्ड में नहीं जाना होगा।
कम होगा तैयारियों का बोझ
जनगणना के शेड्यूल में ज्यादातर पहले से कोड किए गए जवाब होंगे। मोबाइल ऐप्स पर, ड्रॉपडाउन मेनू से अलग-अलग विकल्प उपलब्ध होंगे। ऐप्स में पहले से भरे हुए जनगणना हाउस रिकॉर्ड पर जाने और उसे एडिट करने की सुविधा होगी। ये एप्लिकेशन सार, सारांश और अन्य संबंधित कार्यों की तैयारी के बोझ को कम करेंगे। मोबाइल ऐप्स और इंटेलिजेंट कैरेक्टर रिकॉग्निशन (ICR) डेटा प्रोसेसिंग की मदद से, सारा डेटा तुरंत प्रोसेस करने के लिए तैयार हो जाएगा। I
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