भारत ने पहली बार पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई में चीन से मिले हथियारों का नाम लिया है। भारत ने बताया कि पाकिस्तान ने इन हथियारों का इस्तेमाल भारतीय सेना पर हमला करने के लिए किया था। डीजीएओ एयर मार्शल एके भारती ने सबके सामने पाकिस्तान और चीन की इस सांठ-गांठ के सबूत दिखाए। उन्होंने बताया कि पाकिस्तान ने चीन में बने PL-15 मिसाइल और तुर्की के बायकर YIHA III कामिकेज ड्रोन का इस्तेमाल किया। PL-15 मिसाइल को चीन की एविएशन इंडस्ट्री कॉरपोरेशन (AVIC) ने बनाया है। यह लंबी दूरी की मिसाइल है और 200 किलोमीटर से ज्यादा दूर तक मार कर सकती है।
एयर मार्शल एके भारती, जो डायरेक्टर जनरल एयर ऑपरेशंस हैं, उन्होंने मिसाइल के टुकड़ों की तस्वीरें दिखाईं। यह पहली बार है जब भारत ने खुले तौर पर चीन का नाम लिया है। इससे पहले, भारत सिर्फ तुर्की के ड्रोन का नाम ले रहा था।
ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय सेना ने पाकिस्तान की ओर से इस्तेमाल किए गए कई हाई-टेक विदेशी हथियारों को न केवल रोका बल्कि जवाबी कार्रवाई में नष्ट भी किया। इनमें चीन में बनी PL-15 एयर-टू-एयर मिसाइल और तुर्की के बाइकर YIHA III कामिकेज ड्रोन शामिल थे। सूत्रों के अनुसार, चीन और पाकिस्तान के बीच राजनीतिक, आर्थिक, परमाणु और सैन्य संबंध दशकों से चले आ रहे हैं। बीजिंग, पाकिस्तान को हथियार सप्लाई कर रहा है।
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