


हाल ही में हुए एयर इंडिया विमान हादसे के बाद यात्रियों में सुरक्षित सीटों को लेकर चिंता बढ़ गई है। ऐसे में विमान की सीट संख्या 11A की अचानक से मांग में बड़ा उछाल देखा गया है। एयरलाइंस के सूत्रों के अनुसार, कई यात्री अब इस सीट के लिए अतिरिक्त शुल्क देने को भी तैयार हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि हादसे के दौरान 11A सीट पर बैठे यात्री की सुरक्षित बच निकलने की खबर से यह सीट ‘लकी सीट’ की तरह देखी जा रही है। यात्रियों की मानसिकता में यह धारणा बन गई है कि यह स्थान अधिक सुरक्षित है, भले ही तकनीकी या वास्तविक रूप में इसकी कोई पुष्टि न हो। एयरलाइंस अब इस सीट को प्रीमियम श्रेणी में शामिल करने पर विचार कर रही हैं। हालांकि, विमानन सुरक्षा विशेषज्ञों ने यात्रियों से अपील की है कि वे तथ्यों पर भरोसा करें और अफवाहों से बचें।
एविएशन एक्सपर्ट्स की ओर से कहा गया है कि 11A सभी विमानों में इमरजेंसी एग्जिट के बगल वाली सीट नहीं हो सकती है। रॉयटर्स की रिपोर्ट में फ्लाइट सेफ्टी फाउंडेशन के डायरेक्टर मिशेल फॉक्स के हवाले से कहा गया है, "हर दुर्घटना अलग होती है और सीट की स्थिति के आधार पर जीवित रहने की संभावना का अनुमान लगाना असंभव है।"