अक्सर स्ट्रोक को उम्र, ब्लड प्रेशर या डायबिटीज से जुड़ी समस्या माना जाता है, लेकिन हाल ही में आई एक चौंकाने वाली स्टडी ने नया खुलासा किया है — आपका ब्लड ग्रुप यह तय कर सकता है कि आपको स्ट्रोक का खतरा कितना है। यानी आपकी नसों का स्वास्थ्य अब आपकी रक्त की पहचान से भी जुड़ा है।
क्या है स्ट्रोक?
स्ट्रोक उस समय होता है जब दिमाग के किसी हिस्से में अचानक खून का बहाव रुक जाता है या मस्तिष्क की किसी रक्त वाहिका के फटने से ब्लीडिंग हो जाती है। इससे ब्रेन सेल्स को ऑक्सीजन नहीं मिल पाती और व्यक्ति को चेहरे का लटकना, शरीर के एक हिस्से में कमजोरी या बोलने में दिक्कत जैसे लक्षण महसूस होते हैं। यह एक मेडिकल इमरजेंसी होती है, जिसका तुरंत इलाज ज़रूरी है।
रिसर्च का चौंकाने वाला खुलासा
एक अंतरराष्ट्रीय अध्ययन के अनुसार, ब्लड ग्रुप A वाले लोगों में 60 साल की उम्र से पहले स्ट्रोक का खतरा अन्य ब्लड ग्रुप वालों की तुलना में अधिक पाया गया है। इस अध्ययन में 48 जेनेटिक रिसर्च डेटा का विश्लेषण किया गया जिसमें करीब 17,000 स्ट्रोक मरीजों और 6 लाख से ज्यादा सामान्य लोगों के आंकड़े शामिल थे। नतीजों से पता चला कि A1 ब्लड सब ग्रुप के जीन और प्रारंभिक स्ट्रोक के बीच सीधा संबंध है। माना जा रहा है कि ब्लड ग्रुप A वालों में खून के थक्के बनाने वाले प्रोटीन — वॉन विलेब्रांड फैक्टर और फैक्टर VIII — का स्तर अधिक होता है, जिससे इस्केमिक स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है।