


टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (एमएस धोनी) आज अपना 44वां जन्मदिन मना रहे हैं। धोनी की कप्तानी में भारतीय क्रिकेट टीम ने तीनों प्रमुख आईसीसी ट्रॉफियों – 2007 में टी-20 वर्ल्ड कप, 2011 में वनडे वर्ल्ड कप और 2013 में चैंपियंस ट्रॉफी – को अपने नाम किया। इस ऐतिहासिक सफर के बीच, धोनी ने कई अहम रिकॉर्ड्स भी अपने नाम किए, जिनका टूटना आने वाले वर्षों में बेहद कठिन साबित हो सकता है। हम आपको धोनी के उन पांच अद्वितीय रिकॉर्ड्स के बारे में बताएंगे, जिन्हें तोड़ना किसी भी खिलाड़ी के लिए बेहद चुनौतीपूर्ण होगा।
1. तीनों आईसीसी ट्रॉफी जीतने वाला एकमात्र कप्तान
एमएस धोनी के नाम तीनों आईसीसी ट्रॉफी (टी-20 वर्ल्ड कप, वनडे वर्ल्ड कप, चैंपियंस ट्रॉफी) जीतने का रिकॉर्ड है। वह एकमात्र कप्तान हैं, जिन्होंने इन तीनों प्रतिष्ठित ट्रॉफियों को जीता है। इस ऐतिहासिक उपलब्धि को तोड़ पाना आगामी वर्षों में एक कठिन चुनौती बन सकती है, क्योंकि यह रिकॉर्ड क्रिकेट इतिहास में एक मील का पत्थर है।
2. सबसे ज्यादा स्टंपिंग (192)
एमएस धोनी ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे ज्यादा स्टंपिंग करने का रिकॉर्ड अपने नाम किया है। उन्होंने कुल 192 स्टंपिंग की हैं, जिसमें 38 टेस्ट, 120 वनडे और 34 टी-20 मैचों में स्टंपिंग की है। धोनी की स्टंपिंग की रफ्तार और क्षमता ने उन्हें दुनिया का सबसे बेहतरीन विकेटकीपर बना दिया है। यह रिकॉर्ड किसी अन्य खिलाड़ी के लिए तोड़ना आसान नहीं होगा।
3. भारत के सबसे ज्यादा मैचों में कप्तानी करने का रिकॉर्ड
धोनी ने टीम इंडिया के लिए सबसे ज्यादा मैचों में कप्तानी की है। उन्होंने 60 टेस्ट, 200 वनडे और 72 टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में कप्तानी की है। इन मैचों में धोनी की कप्तानी में भारत ने 27 टेस्ट, 110 वनडे और 41 टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में जीत हासिल की। धोनी के कप्तानी के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ पाना किसी और कप्तान के लिए चुनौतीपूर्ण होगा।
4. विकेटकीपर बल्लेबाज के तौर पर सबसे बड़ा हाईएस्ट स्कोर
31 अक्टूबर 2005 को, धोनी ने श्रीलंका के खिलाफ जयपुर में 183 रन की नाबाद पारी खेली थी। यह रिकॉर्ड सबसे ज्यादा रन बनाने के मामले में एक विकेटकीपर-बल्लेबाज के तौर पर था। धोनी ने इस पारी में 15 चौके और 10 छक्के लगाए थे। इस रिकॉर्ड को पहले ऑस्ट्रेलिया के एडम गिलक्रिस्ट के नाम था, जिन्होंने 2004 में जिम्बाब्वे के खिलाफ 172 रन बनाए थे।
5. वनडे में सातवें नंबर पर बैटिंग करते हुए शतक
एमएस धोनी वह एकलौते कप्तान हैं, जिन्होंने वनडे मैच में सातवें नंबर पर बैटिंग करते हुए शतक लगाया। यह रिकॉर्ड उन्होंने 2012 में पाकिस्तान के खिलाफ लगाया था, जहां धोनी ने 113 रन बनाए थे। यह एक असामान्य और चुनौतीपूर्ण रिकॉर्ड है, जिसे तोड़ पाना किसी अन्य बल्लेबाज के लिए आसान नहीं होगा।