


इंदौर में मंगलवार को मराठी सोशल ग्रुप के चार दिवसीय जत्रा का समापन हुआ। इस मौके पर आयोजित समारोह में वर्चुअली मुख्यमंत्री मोहन यादव भी जुड़े। इस मौके पर उन्होंने कहा कि इंदौर में मीठी मीठी ठंड शुरू हो गई है। मराठी संस्कृति और व्यंजनों के रंग इस जत्रा में देखने को मिलते है। मालवा क्षेत्र में मराठा राजाओं की छाप है।
इंदौर में होलकर, देवास और धार में पंवार और उज्जैन सिंधिया राजपरिवार के अधीन था। यह इलाका मराठा राजाओं के अतीत की पहचान मालवा है। इन आयोजनों के बहाने संस्कृति को और गौरवशाली इतिहास याद किया जाता है। उन्होंने कहा कि मराठी व्यंजनों की अलग बात है। पारंपरिक मराठी व्यंजन मुझे भी पसंद है। अगली बार जत्रा में भी उन व्यंजनों का लुत्फ लेने जरुर आऊंगा।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री को बताया गया कि जत्रा में जो स्टाॅल लगाए जाते है। वे गृहणियों द्वारा संचालित किए जाते है। इस अयोजन के बहाने उन्हे उद्यमिता की राह मिलती है। अंतिम दिन जत्रा में कई रंगारंग प्रस्तुतियां दी गई। देर रात तक लोगों ने मराठी व्यंजनों का स्वाद चखा।