


बीजिंग, चीन के तिनजियान में एससीओ की बैठक के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन द्विपक्षीयबैठक के लिए रवाना हो गए। इस दौरान खास बात ये रही कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन एक ही कार में निकले। पुतिन के साथ ही मोदी तियानजिन के 5-स्टार रिट्ज-कार्लटन में गए। इसी होटल में दोनों नेताओं की बैठक होनी है।
चीन ने पीएम मोदी के लग्जरी कार मुहैया कराई है लेकिन वह पुतिन की ऑरस कार में बैठे। राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन SCO समिट के लिए अपनी प्रेजिडेंशियल कार 'Aurus' लेकर आए हैं। अपनी इसी से वह चीन में सफर कर रहे हैं। उनकी कार को चीनी डिप्लोमैटिक नंबर प्लेट दिया गया है। पुतिन की कार पर चीनी राजनयिक लाइसेंस प्लेट लगी हैं। इस कार पर अन्य सभी देशों में मॉस्को की नंबर प्लेट लगी हैं।
क्या है कार की खासियत
पुतिन की ऑरस कार रूस की ऑटोमोबाइल कंपनी ऑरस मोटर्स बनाती है। यह रेट्रो-स्टाइल लग्जरी फीचर्स से लैस है। ऑरस तीन संस्करणों- स्टैंडर्ड सेनेट, सेनेट लॉन्ग और सेनेट लिमोजीन में आती है। यह पूरी तरह से बख्तरबंद है यानी इस पर गोली असर नहीं करती है। इसे पुतिन की सुरक्षा का विशेष ध्यान रखते हुए तैयार किया गया है।
पुतिन-मोदी की बैठक में बड़ा ऐलान!
नरेंद्र मोदी और व्लादिमीर पुतिन की बैठक में बड़े ऐलान होने की उम्मीद की जा रही है। इससे पहले एससीओ सम्मेलन में बोलते हुए पीएम मोदी ने संयुक्त राष्ट्र की व्यवस्था में बदलाव की मांग की। मोदी ने कहा, 'वैश्विक संस्थानों में रिफॉर्म के लिए एससीओ सदस्य आपसी सहयोग बढ़ा सकते हैं। संयुक्त राष्ट्र की 80वीं वर्षगांठ पर हम एकमत होकर इसका आह्वान कर सकते हैं।'