


मॉस्को, रूस ने कहा है कि राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन यूक्रेन के प्रेसीडेंट वोलोडिमिर जेलेंस्की के साथ बातचीत के लिए तैयार हैं। क्रेमलिन की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि अगर जरूरी होगा तो यूक्रेनी राष्ट्रपति से भी बात की जाएगी। हालांकि क्रेमलिन ने जेलेंस्की की वैधता पर सवाल उठा दिए हैं। क्रेमलिन प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने यूक्रेन के साथ डील पर कहा कि किसी भी समझौते का कानूनी आधार तय होना चाहिए। क्रेमलिन की ओर से ये बयान ऐसे समय आया है जब यूक्रेन में जंग खत्म करने को लेकर अमेरिका और रूस के अधिकारियों ने सऊदी अरब में बैठक की है।
दिमित्री पेसकोव ने कहा, 'पुतिन ने खुद कहा है कि वह जरूरत पड़ने पर जेलेंस्की के साथ बातचीत के लिए तैयार हैं लेकिन समझौतों का कानूनी आधार ही जेलेंस्की की वैधता पर सवालिया निशान के चलते चर्चा में है।' दरअसल सऊदी में हुई बैठक में यूक्रेन को नहीं बुलाया गया है। इस पर जेलेंस्की ने कहा है यूक्रेन किसी भी शांति समझौते को बिना उसकी सहमति के स्वीकार नहीं करेगा।
यूरोपियन यूनियन का बयान
यूरोपियन यूनियनप्रमुख उर्सुला वॉन डेर लेयेन ने अमेरिकी दूत कीथ केलॉग से कहा है कि यूरोप यूक्रेन में शांति के लिए अमेरिका के साथ मिलकर काम करना चाहता है और कीव को सैन्य सहायता बढ़ाने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा, 'हम यूक्रेन में स्थायी शांति लाने के लिए अमेरिका के साथ साझेदारी करना चाहते हैं। इसके लिए अभी एक महत्वपूर्ण समय है।'
रूस-अमेरिका की बैठक
सऊदी अरब में अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो और रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने एक-दूसरे के सामने बैठकर बातचीत की है। रुबियो के साथ अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार माइक वाल्ट्ज और मध्य पूर्व के दूत स्टीव विटकोफ भी थे। रूसी प्रतिनिधिमंडल में वरिष्ठ राष्ट्रपति सहायक यूरी उशाकोव शामिल थे, जबकि सऊदी विदेश मंत्री प्रिंस फैसल बिन फरहान और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार मुसाद बिन मोहम्मद अल-ऐबान मेजबान के रूप में शामिल हुए।