


कुछ साल पहले तक आईफोन मैन्युफैक्चरिंग में चीन का दबदबा हुआ करता था। दुनियाभर में बिकने वाले आईफोन चीन से सप्लाई होते थे। अमेरिका और ऐपल किसी को कोई परेशानी नहीं थी। फिर ट्रेंड बदलना शुरू हुआ। भारत ने मेक इन इंडिया इनिशिएटिव को शुरू किया। ऐपल की कई सहयोगी कंपनियों ने भारत में अपने प्लांट लगाए और काम शुरू किया। अब आंकड़े बता रहे हैं कि भारत में आईफोन्स की मैन्युफैक्चरिंग अपने रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई है। एक रिपोर्ट के अनुसार, एक साल पहले चीन आईफोन्स मैन्युफैक्चरिंग का ‘बादशाह’ था, लेकिन अब भारत ने बाजी पलट दी है। यह तब है जब अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप दोहरा चुके हैं कि अमेरिका में बिकने वाले आईफोन, अमेरिका में ही बनने चाहिए।
भारत ने एक महीने में 29 लाख आईफोन अमेरिका भेजे
ऐपल लगातार भारत से अपना आईफोन निर्यात बढ़ा रही है। पिछले महीने देश से 29 लाख आईफोन्स को अमेरिका भेजा गया। यह पिछले साल के मुकाबले 76 फीसदी की बढ़ोतरी है। अब यह स्पष्ट हो गया है कि ऐपल अपनी निर्भरता को चीन में कम कर रही है। रिपोर्ट के अनुसार, जिस दौरान भारत ने 29 लाख आईफोन अमेरिका भेजे, उसी दौरान चीन से आईफोन्स का शिपमेंट 9 लाख यूनिट पर आ गया, जो एक साल पहले 37 लाख यूनिट था।
कुक दे चुके हैं बड़ा संकेत
कुछ समय पहले ही ऐपल सीईओ टिम कुक ने बड़ा संकेत देते हुए कहा था कि आने वाले समय में अमेरिका में बिकने वाले सभी आईफोन्स मेड इन इंडिया सकते हैं। फिलहाल कंपनी भारत और वियतनाम को मैन्युफैक्चरिंग के मुख्य हब के तौर पर देख रही है।