पाकिस्तान ने शुक्रवार को परमाणु परीक्षणों पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टिप्पणी को तोड़-मरोड़कर पेश करने का आरोप लगाते हुए भारत कीआलोचना की। विदेश कार्यालय के प्रवक्ता ताहिर अंद्राबी ने कहा कि पाकिस्तान ने आखिरी परमाणु परीक्षण मई 1998 में किया था और परमाणु परीक्षण पर उसकी स्थिति अच्छी तरह स्थापित और स्पष्ट है। ट्रंप ने हाल ही में पाकिस्तान कानाम परमाणु हथियार परीक्षण करने वाले देशों में शामिल किया था।
ट्रंप की टिप्पणियों पर भारत ने पिछले सप्ताह कहा था कि पाकिस्तान की "गुप्त" परमाणु गतिविधियां दशकों से चल रही तस्करी और निर्यात नियंत्रण उल्लंघनों पर केंद्रित हैं। शुक्रवार को अपनी साप्ताहिक प्रेस वार्ता में अंद्राबी ने कहा कि पाकिस्तान संयुक्त राष्ट्र महासभा के उन प्रस्तावों का समर्थन करता रहा है जिनमें परमाणु परीक्षण पर व्यापक प्रतिबंध लगाने का आह्वान किया गया है। उन्होंने कहा, "भारत स्पष्ट रूप से तथ्यों को तोड़-मरोड़कर पेश कर रहा है और अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप की टिप्पणियों कोगलत तरीके से पेश कर रहा है। अमेरिकी पक्ष पहले ही राष्ट्रपति के बयान के संबंध में मीडिया के सामने अपनी स्थिति स्पष्ट कर चुका है।"